आलोक पुराणिक
एप्पल फोन कंपनी के शेयर हाल ही में बहुत ऊंचाई पर पहुंचे, इतनी ऊंचाई पर पहुंचे कि एप्पल कंपनी की वैल्यू में तेज बढ़ोतरी हो गयी। असली एंकर चैनल पर हुई इस मसले पर डिबेट इस प्रकार है :-
एंकर—एप्पल फोन कंपनी के शेयरों की कीमतों में इतनी तेजी से बढ़ोतरी हुई, हाल ही में इसकी वैल्यू अब कई देशों की पूरी अर्थव्यवस्थाओं से भी ज्यादा है, दुनिया में सिर्फ अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान की वैल्यू एप्पल से ज्यादा है, यानी एप्पल कई अर्थव्यवस्थाओं पर भारी है। इस मसले पर बात करते हैं, एक्सपर्ट जी से।
एक्सपर्ट—ऐन एपल ए डे कीप्स डाक्टर अवे, कुछ सौ एप्पल के शेयर हों तो फिर पूरा अस्पताल ही खरीदने की रकम आ जाती है। एप्पल कंपनी तो अपने आप में पूरा देश ही हो गयी है। सोचिये यह देश अगर पाकिस्तान जैसा हो, तो नब्बे परसेंट एप्पल तो पाकिस्तानी आर्मी खा जायेगी, नौ परसेंट एप्पल हाफिज सईद जैसे आतंकी खा जायेंगे, एक परसेंट एप्पल बचेगा सिर्फ पब्लिक के लिए। शायद एक परसेंट भी न बचे, उसे गुंडे वगैरह खा जायें, और पाकिस्तान की पब्लिक को बता दिया जाये कि इंडिया वाले ही ले गये सारा का सारा, पूरा का पूरा एप्पल।
एंकर—अगर एप्पल कंपनी चीन देश की तरह काम करे तो।
एक्सपर्ट—फिर तो घटिया एप्पल कैलिफोर्निया के एप्पल के तौर पर बेचे जायेंगे, चीन यह तक कर सकता है कि कश्मीर से सेब खरीदकर उन्हें कैलिफोर्निया के सेब बता दे, और इंडियन पब्लिक उन्हें खरीद ले, एप्पल के नाम पर तो सब कुछ बिक जाता है। भारतीयों में एक हुनर है कि ब्रांड भले ही अमेरिका वाले बनायें, पर उसकी नकल भारतीय ही बनायेंगे। नकल में एकदम ओरिजिनल हैं भारतीय।
एंकर—सब छोड़िये, यह बताइए कि एप्पल कंपनी अगर भारत देश की तरह काम करे।
एक्सपर्ट—जी फिर तो यह होगा कि कंपनी का मार्केटिंग मैनेजर कहेगा कि इंडियन पॉलिटिक्स की तरह, मेरा बेटा ही बनेगा मार्केटिंग मैनेजर, भले ही उसे ए फार एप्पल बोलना भी न आता हो, पर बनेगा वही। कंपनी का टेक्नोलोजी मैनेजर कहेगा कि उसका बेटा ही बनेगा टेक्नोलोजी मैनेजर, भले ही मेरे बेटे को एप्पल फोन आॅन करना भी न आता हो, समझे। भारतीय पॉलिटिक्स के हिसाब से अगर एप्पल कंपनी चलने लगी, तो समझिये कि हर डिपार्टमेंट पर एक -एक परिवार वाले का कब्जा होगा। पूरा एप्पल ही घर का एप्पल होगा, घरवालों का एप्पल होगा। बस यही चिंता होगी कुनबों की।
एंकर—अरे मैं तो एपल कंपनी की बात कर रही थी आप तो इंडियन पॉलिटिक्स पर पहुंच गये।
एक्सपर्ट—मैडमजी आप कुछ भी बात करो, आखिर में पहुंचेगी इंडियन पॉलिटिक्स तक ही, एप्पल की कसम, इंडियन पॉलिटिक्स की कसम।