आलोक पुराणिक
पाकिस्तान से बड़ी अजीबो-गरीब खबरें हैं। पाकिस्तान के आर्मी जनरल ने अमेरिका के प्रशासन से निवेदन किया है कि इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड से करीब 1.2 अरब डालर की रकम दिलवा दो। पाकिस्तान कमाल का मुल्क है, जिसका जो काम है वह वही काम नहीं करता है। आर्मी का काम है, देश की रक्षा करना। आर्मी वित्त मंत्रालय वाले काम करने लगती है। पाक वित्त मंत्रालय दुनिया के नक्शे पर नये-नये देश तलाशता रहता है, ताकि नये देश से उधार मांगा जा सके। पाकिस्तान सरकार आतंकियों की तरह काम करती है। आतंकी सरकार की तरह काम करते हैं।
पाकिस्तान में आर्मी से लेकर सरकार तक दो ही कामों में एक्सपर्ट हैं, एक आतंकी तैयार करना व दूसरे उधार मांगना। दुनिया भर के देश पक गये हैं पाकिस्तान की भिखारीगर्दी से। हर दूसरे दिन पाकिस्तान के मंत्री आ जाते हैं-जी लाइये, कुछ दे दीजिये। पाकिस्तान के पुराने दोस्त मुल्क संयुक्त अरब अमीरात ने कहा कि देंगे, पर तब देंगे जब पाकिस्तान की कुछ कंपनियों में हिस्सेदारी दी जाये। यानी भीख न देंगे, अपने मुल्क का कुछ हिस्सा बेचो उसके बदले कुछ देंगे। पाकिस्तान का एक बड़ा हिस्सा चीन ले गया है, अब बड़ा हिस्सा संयुक्त अरब अमीरात ले जायेगा। पाकिस्तान मुल्क इस वक्त मौके का ऐसा प्लाॅट है, जिसे जो चाहे खरीद सकता है। पाकिस्तान को गुमान था कि उसके पास एटम बम है। वह किसी को धमका कर भीख भी मांग सकता है। लेकिन अब पाकिस्तान में मुल्क के हिस्से बेचे जा रहे हैं। पाकिस्तान के सरकारी रेडियो की बिल्डिंग अब सरकार की नहीं है। कई एयरपोर्ट सरकार के नहीं हैं। बहुत जल्दी संभव है कि लाहौर की कोई रोड फ्रांस की हो जाये, इस्लामाबाद का कोई स्टेडियम सऊदी अरब का हो जाये। पाकिस्तान के अंदर ही कई मुल्कों के हिसाब-किताब सैट हो जायें। पाकिस्तान के लाहौर में फ्रेंच लोग टहलते दिखें और बतायें जी अपनी सड़क पर टहल रहे हैं। पाकिस्तान का अपना कुछ नहीं है। पाकिस्तान का एटम बम भी चोरी की तकनीक से बना है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा कोष उधार के डालरों से खड़ा होता है। पाकिस्तान के नेताओं के फ्लैट-मकान लंदन में हैं। पाकिस्तान में आर्मी अफसरों की नागरिकताएं अमेरिकन हैं। पाकिस्तान में खालिस पाकिस्तानी तो बस पाकिस्तानी जनता है। पाकिस्तान के नेता पब्लिक को बेवकूफ बनाते रहे हैं, जो पब्लिक नेताओं के हाथों बेवकूफ बनने से बच जाती है, उन्हें आर्मी के जनरल बेवकूफ बना जाते हैं। आर्मी पाकिस्तान की ऐसी आर्मी है, जिसने आज तक कोई जंग नहीं जीती, पर अपने मुल्क के बजट का सबसे बड़ा हिस्सा वह हर साल जीत जाती है।