संतोष उत्सुक
देखोजी, स्मार्ट प्रेजेंटेशन बहुत ज़रूरी है। शेव कर लो, फिर कपड़े धोएंगे, फैलाएंगे, सुखाएंगे, उतारेंगे, तह करेंगे और टप्पू वीडियो पोस्ट करेगा। ऐसा वीडियो अभी तक नहीं डाला गया। यह वीडियो दिखाएगा लॉकडाउन में हम दोनों कितने प्यार से मिलजुलकर घर का काम कर रहे हैं। जो कपड़े आपको अच्छे लगें, प्रेस कर पहन लेना-पत्नी बोली।
बिना शेव किए करते हैं, शेविंग क्रीम, पानी, ब्लेड और टाइम की बचत दिखेगी। पत्नी बोली-देखोजी स्मार्ट प्रेजेंटेशन बहुत ज़रूरी है, चैनल वालियां ख़बरें तो देती हैं बाढ़, रेप, झगड़ा, मारने-पीटने की और डिज़ाइनर ड्रेस देखो क्या शान बढ़ाऊ, मानो ब्यूटी पार्लर में बैठी हों। मैंने कहा-वे प्रोफेशनल हैं। उन्होंने दूसरों को इम्प्रेस करना होता है। पत्नी बोली-मुझे पता है, ये लोग महामारी, सुशांत, ड्रग और रेप को भुलाकर बाढ़ पर तैरते रहते हैं और दूसरी तरफ यह बताते हैं कि चुनाव में वोटिंग के बाद उनका आकलन कितना सटीक होता है। उनकी छोड़ो, हम जो वीडियो बनाएंगे, वो निर्मल आनंद के लिए बनाएंगे जो सबको इम्प्रेस करेगा। हमने यह नहीं दिखाना कि शेव न करके कितने पैसे बचा लिए, हम दिखाएंगे परेशानी में भी शेव करनी चाहिए।
टप्पू ने वीडियो में मुझे, पत्नी के कपडे प्रेस करते हुए कैप्चर कर लिया और मम्मी का स्टेटस अपडेट कर दिया। लाइक्स करने वाले पहले से लाइन में थे। खूब कमेंट्स बरसे, पत्नी खुश। सीधा कर दिया न, अरे वाह इस्त्री किए हुए कपड़े पहनाकर स्त्री कपड़े धुलवा रही है, रिटायरमेंट के बाद लांडरी खोल लेना, महिला सशस्त्रीकरण, कोविड जोड़ी, कोरोना यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स, जोरू का गुलाम और भी कई कमेंट्स जो मैंने फ़िल्टर कर दिए। मुझे लगा अगर बढ़िया प्रेजेंटेशन के चक्कर में न पड़ता तो बचा रहता लेकिन अगले ही क्षण लगा कि अच्छा किया जो शेव कर ली, कपड़े प्रेस कर पहन लिए। बिना शेव और बिना प्रेस किए पहन लिए होते तो कमेंट्स होते, असली वो लग रहे हैं, बिजली का बिल नहीं दिया क्या, मजनू लग रहे हो, बड़े पैसे बचा रहे हो, कोरोना का कैदी, लगता है पत्नी, पति हो गई है। मेरी साली ने कमेन्ट लिखा-जीजाजी ने कपड़े बहुत अच्छे प्रेस किए, जंच रहे थे।
मेरे काफी परिचित पत्नी की फ्रेंड लिस्ट में नहीं, हम पति-पत्नी फेसबुक पर भी फ्रेंड्स नहीं हैं वरना बढ़िया प्रेजेंटेशन का असर बहुत ज्यादा बढ़ सकता था। लेकिन मेरे चाहने वाले अभी भी जिंदा हैं और दिनभर फेसबुक पढ़ते रहते हैं। फिर पत्नी का सॉफ्टवेयर इंजीनियर टप्पू भी तो है। कोरोना ने यह सिखा दिया कि सबको कुछ दिखाना हो तो स्मार्ट प्रेजेंटेशन ज़रूरी होता है।