हमें तो लगता है कि सिर्फ यस और नो जैसे अंग्रेजी के दो ही लफ्ज जानने वाले किसी अनपढ़ की तरह से इसे भी अंग्रेजी के दो ही लफ्ज आते हैं-एक टैरिफ और दूसरा डील। पहले अपने यहां डील, दलाल टाइप लोग ही किया करते थे। लेकिन यह भी उनसे कोई कम थोड़े ही है।
यह ट्रंप तो जी भारत के ऐसे पीछे पड़ गया है, जैसे कोई लफंगा किसी लड़की के पीछे पड़ जाता है। आते-जाते रास्ता रोककर खड़ा हो जाता है और धमकाते हुए कहता है-मुझसे शादी कर ले। यह भी वैसे ही कहता है कि मुझसे डील कर ले। डील करने के अलावा इसे कुछ आता ही नहीं। गजा को रिवेरा बनाने की डील कर लो। यूक्रेन से खनिजों की डील कर लो। यूरोपीय यूनियन से नाटो का खर्चा उठाने की डील कर लो। अबे यार अमेरिका के प्रेजिडेंट के दफ्तर में बैठा है कि अपने प्रॉपर्टी डीलिंग वाले ऑफिस में बैठा है कि सारे दिन डील ही करता रहता है।
हमें तो लगता है कि सिर्फ यस और नो जैसे अंग्रेजी के दो ही लफ्ज जानने वाले किसी अनपढ़ की तरह से इसे भी अंग्रेजी के दो ही लफ्ज आते हैं-एक टैरिफ और दूसरा डील। पहले अपने यहां डील, दलाल टाइप लोग ही किया करते थे। लेकिन यह भी उनसे कोई कम थोड़े ही है। खैर, हम तो यह कह रहे थे कि यह तो वैसे ही हमारे पीछे पड़ गया है जैसे कोई लफंगा किसी लड़की के पीछे पड़ जाता है। जैसे बात-बात पर वह आई लव यू कहता है, वैसे ही यह भी बात-बात पर माई फ्रेंड मोडी कहता है। और फिर उसी लफंगई में पाकिस्तान की तरफ भी फ्लाइंग किस उछाल देता है-आई लव पैकिस्टैन।
यह टैरिफ तो ऐसे बढ़ाता है जैसे लगान फिल्म का कैप्टन रसल हो-दो गुना लगान देना पड़ेगा। अगर अपनी बेबसी दिखाओ तो वह कहेगा-तीन गुना लगान देना पड़ेगा। अब टैरिफ-टैरिफ तो यह पिछले छह महीने से कर रहा है। पहले कहा पच्चीस परसेंट टैरिफ लगाऊंगा। अब कह रहा है-पचास परसेंट लगाऊंगा। क्यों? क्योंकि तुमने रूस से तेल खरीदा। अबे तू रूस से फर्टिलाइजर खरीद रहा है उसका क्या। पर नहीं जी, शेर को मेमना खाना है तो कुछ बहाना तो चाहिए न। तो शेर आरोप लगाएगा-अबे तूने पानी गंदा कर दिया छोकरे। मेमना विरोध करेगा। कहेगा-कहां किया हुजूर। तो शेर कहेगा-अबे तूने नहीं किया, तेरे बाप ने किया होगा। अब बेचारा मेमना यह तो नहीं कह सकता न कि बाप पर मत जाना।
वरना सेर को सवा सेर तो मिल ही जाता है जैसे अमेरिका को चीन मिल जाता है। अमेरिका ने कहा-सौ परसेंट टैरिफ। चीन ने कहा-तेरी ऐसी की तैसी। अमेरिका ने कहा-डेढ़ सौ परसेंट टैरिफ, दो सौ परसेंट टैरिफ, ढाई सौ परसेंट टैरिफ। चीन फिर भी कहेगा-तेरी ऐसी की तैसी। आखिर में अमेरिका कहेगा-चलो पैंतीस पर डन करो। यह है इस लफंगे की हैसियत। लेकिन भैया जिस तरह से यह हमारा रास्ता रोककर खड़ा हो जाता है-उसका तो कोई रास्ता निकालना ही पड़ेगा।