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चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में वर्ल्ड एंटरप्रेन्योर्स डे पर ‘ज़ीरो टू वन - 24 घंटे स्टार्टअप चैलेंज 2025’ आयोजित

भारत की स्टार्टअप क्रांति को गति देने के उद्देश्य से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने वर्ल्ड एंटरप्रेन्योर्स डे के अवसर पर ‘ज़ीरो टू वन-24 घंटे स्टार्टअप चैलेंज 2025’ का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में देशभर की विभिन्न यूनिवर्सिटियों से सैकड़ों छात्रों और...
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा वर्ल्ड एंटरप्रेन्योर्स डे के अवसर पर आयोजित ‘ज़ीरो टू वन - 24-घंटे स्टार्टअप चैलेंज 2025’ में भाग लेते गणमान्य व्यक्ति।-निस
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भारत की स्टार्टअप क्रांति को गति देने के उद्देश्य से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने वर्ल्ड एंटरप्रेन्योर्स डे के अवसर पर ‘ज़ीरो टू वन-24 घंटे स्टार्टअप चैलेंज 2025’ का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में देशभर की विभिन्न यूनिवर्सिटियों से सैकड़ों छात्रों और युवा इनोवेटर्स ने भाग लेकर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस का उद्देश्य छात्रों को स्टार्टअप की दिशा में पहला कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करना और उन्हें एक ऐसा मंच उपलब्ध कराना था, जहां वे अपने विचारों को व्यवहारिक रूप में ढाल सकें। प्रतिभागियों ने 24 घंटे के भीतर अपनी टीम बनाकर बिज़नेस मॉडल तैयार किया, मार्केट रिसर्च की और प्रस्तुतियां दीं।

विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों में आत्मनिर्भरता और नवाचार की भावना को बढ़ावा देती हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा, ‘स्टूडेंट्स के आइडियाज़ को वास्तविक रूप में बदलने के लिए उन्हें इन-हाउस प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराना चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की एक सराहनीय पहल है। इस पहल से न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि भारत की स्टार्टअप क्रांति को भी आगे बढ़ाने में योगदान मिलेगा।’

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जजों ने भी छात्रों की मेहनत और उनके आइडियाज़ की सराहना की। कई टीमों ने हेल्थकेयर, एजुकेशन, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े अभिनव समाधान पेश किए। विजेता टीमों को नकद पुरस्कार और स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सपोर्ट देने की घोषणा की गई।

प्रतियोगिता में भाग लेने वाले एक छात्र ने कहा कि, ‘हमें ऐसा प्लेटफ़ॉर्म मिला, जहां हमने केवल आइडिया शेयर नहीं किया बल्कि उसे स्टार्टअप की शक्ल देने का तरीका भी सीखा। यह अनुभव हमारे लिए भविष्य की राह आसान करेगा।’

इस कार्यक्रम ने साबित किया कि यदि युवाओं को सही मार्गदर्शन और अवसर मिले तो वे देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

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