फर्जी सीआईए स्टाफ बन युवक का अपहरण, यातना और लूट, एक गिरफ्तार
मोहाली, 15 मई (हप्र)
मोहाली में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें बलौंगी में कुछ लोगों ने खुद को सीआईए स्टाफ बताकर एक युवक का अपहरण कर लिया और दो दिन तक बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा तथा लूटपाट की। इस दौरान आरोपियों ने पीड़ित से डिजिटल ट्रांसफर के जरिए पैसे वसूले और उसके परिवार से फिरौती की मांग की। पुलिस ने इस संबंध में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी आरोपी फरार हैं। पीड़ित परविंदर सिंह, जो फिरोजपुर जिले के गुरुहरसहाय का रहने वाला है, बलौंगी में किराये पर रह रहा था। उसने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 3 मई को उसका एक परिचित रोबिन उससे मिलने आया और कहा कि वह अपने कपड़ों का बैग उसके कमरे में छोड़ना चाहता है और अगले दिन ले जाएगा। 4 मई को रात करीब 7.45 बजे जब परविंदर अपने कमरे में सो रहा था, तब एक और परिचित परगट सिंह वहां आया। उसी समय कुछ अज्ञात लोग भी कमरे में दाखिल हो गए और खुद को सीआईए स्टाफ बताया। जब परविंदर ने उनसे पहचान पत्र दिखाने को कहा, तो उनमें से एक ने पिस्तौल निकालकर उसे धमकाया।
इसके बाद उसे जबरन एक गाड़ी में बैठाकर ले जाकर उसे बुरी तरह पीटा और 65,000 रुपए की नकदी लूट ली। साथ ही, गूगल पे के माध्यम से उसके खाते से 10,000 रुपए ट्रांसफर करवा लिए। बाद में लवप्रीत और मनिंदर नाम के दो अन्य लोग भी उससे दोबारा मिले, उसे फिर मारा-पीटा और एक सुनसान जगह ले गए। आरोपियों ने उसके परिवार को कॉल कर फिरौती की मांग कर जान से मारने की धमकी दी। बेटे की जान को खतरा देखकर परिवार ने पैसे देने की हामी भर दी। 6 मई की रात परविंदर को खरड़ के पास छोड़ दिया गया।
परविंदर के अनुसार, आरोपियों ने उसे किसी को भी इस घटना के बारे में न बताने की धमकी दी और जान से मारने की चेतावनी दी।
8 मई को उसके परिवार ने उसे इलाज के लिए फिरोजपुर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।
इस संबंध में बलौंगी पुलिस ने परगट सिंह, रोबिन, मनिंदर, लवप्रीत शेरा और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है।