साहित्यकारों, कहानीकारों ने मंच पर बांधा समां
चंडीगढ़, 22 फरवरी (ट्रिन्यू)
चितकारा यूनिवर्सिटी में आयोजित तीसरे चितकारा लिट फेस्ट ने इस साल साहित्य, विचार और रचनात्मकता के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल किया। आज संपन्न हुए इस महोत्सव ने न केवल साहित्यकारों और कहानीकारों को एक मंच दिया, बल्कि विचारों की अनमोल धारा भी प्रवाहित की, जो उपस्थित सभी लोगों को प्रेरित और उत्साहित करने के लिए पर्याप्त थी। इस आयोजन ने चितकारा यूनिवर्सिटी को एक अद्वितीय बौद्धिक और सांस्कृतिक स्थल के रूप में स्थापित किया, जहां प्रत्येक सत्र ने नए दृष्टिकोण और विचारों का आदान-प्रदान किया। चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डा. मधु चितकारा ने इस उत्सव के बारे में बात करते हुए कहा कि यह मंच विचारों और रचनात्मकता का संगम बन चुका है, जहां हर बातचीत और सत्र न केवल ज्ञानवर्धक है, बल्कि प्रेरणा से भरा हुआ भी है। साहित्य की दिग्गज हस्तियों ने अपनी प्रस्तुतियों से महोत्सव को और भी रंगीन बना दिया, जिससे यह उत्सव इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान बना गया। इस महोत्सव में कई प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया, जिनमें कल्कि कोचलिन, शोभा डे, लिसा रे, नीलेश मिश्रा, और संध्या मृदुल प्रमुख थीं। इन चर्चाओं ने दर्शकों को गहरे विचार और नई दृष्टि से अवगत कराया। स्पोकन वर्ड आर्टिस्ट प्रिया मलिक और निधि नरवाल ने अपने कविता प्रस्तुतियों से महोत्सव में रंग भर दिया।