चंडीगढ़, 20 दिसंबर (ट्रिन्यू)
चंडीगढ़ की जानी-मानी साहित्यकार, वरिष्ठ पत्रकार और कला समीक्षक मधुर कपिला का आज यहां निधन हो गया। वे 79 वर्ष की थीं। करीब एक माह पूर्व तक वे साहित्य लेखन में सक्रिय रहीं। 80 के दशक में उन्होंने स्वतंत्र पत्रकारिता के कार्य में प्रवेश किया। उनका मुख्य कार्य कहानी व उपन्यास विधा में है। बीचाें बीच, सातवां स्वर व सामने का आसमान उनकी चर्चित रचनाएं रहीं। उनकी एक पुस्तक पेंग्विन से प्रकाशित होनी है। उन्होंने दैनिक ट्रिब्यून समेत कई पत्र-पत्रिकाओं के लिए आर्ट एक्जिबिशन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कवरेज की। संगीत के क्षेत्र में पंडित जसराज जैसी हस्तियों के साक्षात्कार किये। वे शुरुआत में दैनिक ट्रिब्यून से जुड़ी व कला व संस्कृति विषय पर दैनिक ट्रिब्यून के आरंभिक लेखकों में शामिल रहीं। उनकी 2 बेटियां व एक बेटा है। उनकी बॉडी शोध कार्य के लिए पीजीआई को दान कर दी गयी है। सेक्टर 16 स्थित आर्य समाज मंदिर में 29 दिसंबर को उनकी स्मृति में प्रार्थना सभा आयोजित की जायेगी।