World Physiotherapy Day 2025 ‘मिशन जीवन रेखा’: PGI में वीर जवानों को समर्पित रक्तदान महाअभियान
World Physiotherapy Day 2025 विश्व फिजियोथेरेपी दिवस 2025 पर पीजीआई चंडीगढ़ एक प्रेरक पहल का गवाह बना। नव्य भारत फाउंडेशन (एनबीएफ भारत) और स्टूडेंट्स असोसिएशन ऑफ फिजिकल थेरेपी (एसएपीटी) ने ‘मिशन जीवन रेखा’ के तहत विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया। यह शिविर भारत माँ के वीर सपूतों को नमन करने और समाज में सेवा व बलिदान की भावना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित हुआ। आयोजन में खेल भारती चंडीगढ़ और पीजीआई के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग का विशेष सहयोग रहा।
मुख्य अतिथि सीआरपीएफ उत्तरी-पश्चिम सेक्टर के पुलिस महानिरीक्षक दिनेश उनियाल ने शिविर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि ‘जवानों का साहस और जनता का सहयोग ही राष्ट्र की असली शक्ति है। उन्होंने रक्तदाताओं को सम्मानित किया और एनबीएफ भारत की इस पहल को समाजसेवा की प्रेरक मिसाल बताया।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की उपस्थिति
शिविर की अध्यक्षता पीजीआई चंडीगढ़ के मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो. विपिन कौशल ने की। उन्होंने कहा कि ‘रक्तदान एक ऐसा उपहार है जो किसी अनजाने जीवन को नया जन्म दे सकता है।’ विशिष्ट अतिथियों में ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. रति राम, प्रो. सुचेत सचदेव और खेल भारती पंजाब के प्रांत संयुक्त सचिव सुनील दत्त उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल की सराहना की।
राष्ट्र सेवा ही मूल मंत्र![]()
एनबीएफ और एसएपीटी इंडिया के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनिरुद्ध उनियाल ने कहा कि संगठन का मूल मंत्र ‘राष्ट्र सेवा परमोधर्म’ है। उन्होंने वीर जवानों के शौर्य को राष्ट्र की सुरक्षा का आधार बताया। डॉ. उनियाल ने उत्तर भारत में आई बाढ़ से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए समाज से राहत कार्यों में सहयोग का आह्वान किया।
अंगदान जागरूकता भी रही खास पहल
रक्तदान के साथ रोटो (उत्तर) के सहयोग से अंगदान जागरूकता शिविर भी आयोजित किया गया। इसमें प्रतिभागियों को अंगदान के महत्व और इसके जरिए अनगिनत जीवन बचाने की संभावनाओं पर जानकारी दी गई।
युवाओं की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टर, नर्सें, फिजियोथेरेपिस्ट और छात्र बड़ी संख्या में शामिल हुए। सिमरन कौर, अंकुर, खालिद, गुंजन, ऋषभ, दीक्षा, नंदिनी, अनुभव, कौशल, प्रशांत, आरुषि, दृष्टि, खुशी, सात्विक, हरमन और महक सहित अनेक युवाओं ने रक्तदान कर समाजसेवा में भागीदारी निभाई।