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चंडीगढ़ पहुंचे विश्व विख्यात डब्ल्यूडब्ल्यूई रेस्लर शैंकी सिंह

कहा कबड्डी, खो-खो और पंजा जैसी लीग्स की तर्ज पर रेसलिंग लीग भी हो
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चंडीगढ़ में शनिवार को डब्ल्यूडब्ल्यूई के फ्री स्टाइल रेसलर शैंकी सिंह चंडीगढ़ प्रेस क्लब में ऑल डे के सांग लॉन्चिंग अवसर पर संबोधित करते हुए। -हप्र
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मनीमाजरा (चंडीगढ़), 4 जनवरी (हप्र)

देश में प्रोत्साहित किये जा रहे पंजा, खो-खो और कबड्डी लीग्स की तर्ज पर रेसलिंग लीग की भी शुरुआत होनी चाहिये जिससे जमीनी स्तर की प्रतिभा को अपना दम दिखाने का मौका मिले। देश में क्रिकेट और फिल्में सभी पर काबिज रहे हैं। कॉरपोरेट स्पांसर को चाहिये कि वे इस दिशा में भी निवेश कर इस इंडस्ट्री को प्रमोट करें।

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यह दावा डब्ल्यूडब्ल्यूई के फ्री स्टाइल रेसलर शैंकी सिंह ने शनिवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में ऑल डे के सांग लॉंचिंग के अवसर पर प्रकट किये। अपने नये प्रोजेक्ट लेबल 18 प्रोडक्शन के अंतर्गत शैंकी सिंह इन दिनों रेसलिंग के साथ युवा सिंगिग प्रतिभाओं को प्लेटफॉर्म प्रदान कर रहे हैं। यूथ वाइब्स से लबरेज इस थिरकते गाने में रुही मरुन ने एक्ट किया है और गाया है। यूएस से लगभग 30 से भी अधिक रेसलिंग बाउट का अनुभव रखने वाले शैंकी सिंह का मानना है कि पंजाब नशे के लिये फालतू में ही बदनाम है बल्कि पंजाब से अधिक नशा अमेरिका जैसी विकसित समाज में है। और यही कारण है कि वे अब युवा प्रतिभाओं को रेसलिंग के साथ मनोरंजन जगत के लिये प्रेरित कर रहे हैं।

शैंकी ने दुख जताया कि भारत की रेसलिंग के लिये विश्व में सर्वाधिक व्यूवरशिप हैं। बावजूद इसके फ्री स्टाइल रेसलिंग को उतना प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है। सरकार और ब्रॉडकास्टर को चाहिये कि वे भी यूएस में डब्ल्यूडब्ल्यूई जैसी फ्री स्टाइल रेसलिंग को प्रमोट करे। इस दौरे में शैंकी खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया से मुलाकात कर अपना यह प्रस्ताव रखेंगे।

शैंकी ने कहा कि मनोरंजन जगत को भी उतना ही बल मिलना चाहिये जितना खेल जगत को क्योंकि यह दोनों युवाओं से जुड़े हैं। उनके अनुसार हमारे देश में रियलिटी शो में शीर्ष पर रहने वालों को ही स्टारडम मिल जाता है जबकि अन्य प्रतिभागियों में हताशा घर कर जाती है। अपने लेबल 18 प्लेटफार्म के माध्यम से उनका प्रयास ऐसी प्रतिभाओं को निखारना है।

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