वर्ल्ड डायबिटीज डे : जियो100साल मिशन की लॉन्चिंग
मुख्य अतिथि सांसद मलविंदर सिंह कंग ने जियो100साल को ‘भारत के स्वास्थ्य भविष्य को बदलने वाला वैज्ञानिक आंदोलन’ बताया। देश में 140 मिलियन से अधिक वरिष्ठ नागरिक हैं और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में ‘फंक्शनल उम्र’ यानी व्यक्ति की वास्तविक क्षमता, गतिशीलता, मानसिक दक्षता, इम्युनिटी और समग्र स्वास्थ्य को मजबूत बनाना समय की जरूरत बन गया है।
जियो100साल मॉडल भारत में पहली बार फंक्शनल एजिंग को छह प्रमुख पैरामीटर पर मापता है-स्ट्रेंथ, मोबिलिटी, कॉग्निशन, मेटाबॉलिक हेल्थ, मूड और इम्युनिटी। जिनी हेल्थ देश की पहली संस्था बन गई है जो हर तीन महीने और हर जन्मदिन पर लोगों का फंक्शनल एजिंग स्कोर वैज्ञानिक तरीके से आकलित करती है। यह मॉडल जिनी हेल्थ के फ़ाउंडर-सीईओ गुरजोत नरवाल द्वारा विकसित किया गया है।
जिनी हेल्थ का विस्तृत नेटवर्क
पिछले एक वर्ष में जिनी हेल्थ ने अपने एनएबीएच-अक्रेडिटेड मल्टी-स्पेशियलिटी सेंटर को और मजबूत किया है। इसमें एडवांस आईसीयू, आधुनिक ऑपरेशन थिएटर, चौबीसों घंटे इमरजेंसी सेवाएं, 50,000 से अधिक अपॉइंटमेंट और 20,000 से ज्यादा रजिस्टर्ड मरीज शामिल हैं। सेंटर एंडोक्राइन सेवाओं, एडवांस डायबिटीज मैनेजमेंट, मेटाबॉलिक रिस्टोरेशन, वाउंड केयर और प्रिवेंटिव एजिंग असेसमेंट प्रदान कर रहा है।
उम्र बढ़ने की गति होगी नियंत्रित
एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. अनिल भांसाली के अनुसार, नियमित फंक्शनल असेसमेंट से उम्र बढ़ने की गति को नियंत्रित किया जा सकता है। डायबिटिक फुट विशेषज्ञ डॉ. बेअंत कौर ने कहा कि जटिलताओं से बचाव और फंक्शनल हेल्थ सुधारना इस पहल की प्राथमिकता है। ऑर्थोपेडिक्स विशेषज्ञ डॉ. हरजोबन के मुताबिक, वास्तविक फंक्शनल उम्र मसल स्ट्रेंथ और मोबिलिटी से निर्धारित होती है। फिनवेसिया के एमडी व जिनी हेल्थ के पार्टनर सरवजीत विर्क ने बताया कि आधुनिक लॉन्गेविटी साइंस और पारंपरिक केयर का एकीकृत मॉडल भविष्य की जरूरत है।
