Women Health Drive पीजीआई चंडीगढ़ का मेगा हेल्थ कैंप : महिला स्वास्थ्य पर विशेष फोकस, अंतर्राष्ट्रीय छात्र भी बने साक्षी
महिला स्वास्थ्य को मजबूत करने और परिवारों में जागरूकता फैलाने के लिए पीजीआई चंडीगढ़ ने ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ के तहत मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन किया। इस शिविर में हजारों लोगों ने भाग लिया और पीजीआईएमईआर की सेवाओं पर गहरा विश्वास जताया। खास बात यह रही कि इस प्रयास को अंतरराष्ट्रीय पहचान भी मिली, जब स्वीडन के लुंड विश्वविद्यालय के मेडिकल छात्रों ने इसमें हिस्सा लिया और कैंप की कुशलता, मानवीय दृष्टिकोण और पैमाने की खुलकर सराहना की।
अंतरराष्ट्रीय छात्रों की भागीदारी
स्वीडन के छात्रों ने पीजीआईएमईआर निदेशक प्रो. विवेक लाल और फैकल्टी से मुलाकात कर भारतीय स्वास्थ्य पहलों की वैश्विक प्रासंगिकता को रेखांकित किया। प्रो. लाल ने कहा, ‘हमारे प्रयास सीमाओं से परे सराहे जा रहे हैं। यह सहयोग हमें और भी प्रेरित करता है कि महिला स्वास्थ्य को प्राथमिकता बनाकर समाज को मजबूत बनाया जाए।’
प्रेरणादायी अनुभव
छात्रा टिल्डा गुनार्सन ने कहा, ‘इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं को सेवाएं मिलते देखना और हर समस्या का समाधान होते देखना प्रेरणादायी है।’ पावेल लार्सन ने शिविर की जागरूकता और जांच-इलाज की एकीकृत व्यवस्था की प्रशंसा की। वहीं, मारिया कोकेरिट्ज और माई स्टेंसन ने कहा कि यहां की ऊर्जा, करुणा और शुरुआती जांच पर जोर अनूठा है।
उल्लेखनीय उपलब्धियां
शिविर में 259 प्रसवपूर्व जांचें की गईं। 2,459 महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच, 690 ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग, 901 डायबिटीज, 1,079 हाई ब्लड प्रेशर, 77 सर्वाइकल कैंसर, 238 ओरल कैंसर और 378 सिकल सेल रोग की स्क्रीनिंग की गई। 94 बड़ी सर्जरी हुईं और 450 लोगों ने रक्तदान किया। साथ ही, आयुष्मान भारत कार्ड और ‘आभा आईडी’ भी बनाए गए।
सहयोग और सीख
यह दौरा प्रो. अरुण बंसल और प्रो. संजय वर्मा के समन्वय से हुआ। स्वीडिश डेलीगेशन का उद्देश्य भारत जैसे देशों की स्वास्थ्य प्राथमिकताओं और कार्यप्रणालियों को समझना था। इस सहयोग ने पीजीआईएमईआर की पहचान को न केवल जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में बल्कि वैश्विक चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान में भी और मजबूत बनाया।