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बिना हड़ताल किए बैंक कर्मियों का बढ़ जाएगा 17 प्रतिशत वेतन

बैंक यूनियनों और भारतीय बैंक संघ में हुआ द्विपक्षीय समझौता
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  1. यूएफबीयू के संयोजक संजीव कुमार बंदलिश का चंडीगढ़ लौटने पर हुआ स्वागत

    ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

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    चंडीगढ़, 11 मार्च

    बैंक यूनियनों और भारतीय बैंक संघ के बीच दिनांक हुए 12वें द्विपक्षीय समझौते (बीपीएस) पर हस्ताक्षर करने के बाद यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के संयोजक संजीव कुमार बंदलिश का स्थानीय प्रधान कार्यालय चंडीगढ़ लौटने पर भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह अपने आप में ऐतिहासिक बीपीएस है, क्योंकि इसे बैंकरों द्वारा किसी भी प्रकार के आंदोलन या हड़ताल किए बिना हासिल किया गया है और इस समझौते के अनुसार उनका वेतन 17% बढ़ जाएगा। यह द्विपक्षीय समझौता दिनांक एक नंवबर नवंबर 2022 से लागू होता है और इसके अनुसार भारत में पांच दिवसीय बैंकिंग की शुरुआत का मार्ग भी प्रशस्त किया गया है।

    ये होगा फायदा

    1. वेतन घटक में 17% की बढ़ोतरी।

    2. बेसिक में 3% लोड फैक्टर।

    3. स्पेशल डीए में 2.25% की बढ़ोतरी।

    4. एलटीसी नकदीकरण में 25% की बढ़ोतरी।

    5. सभी कर्मचारियों के लिए एक समान एचआरए कोड (स्केल पर ध्यान दिए बिना)।

    6. कर्मचारियों के लिए दवा भत्ते में बढ़ोतरी।

    7. आरएफए/पट्टे पर आवास को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर संशोधित किया जाएगा।

    8. आईबीए के आदेशानुसार 6 महीने के भीतर 5 दिवसीय बैंकिंग लागू की जाएगी।

    9. एलएफसी नकदीकरण प्रत्येक 1.5 वर्ष में एक बार प्रदान किया जाएगा।

    10. विशेष आकस्मिक भत्ता शुरू किया जाएगा, जो डीए का 1% होगा।

    11. वर्ष में एक बार सभी अधिकारियों एवं अवार्ड स्टाफ को वर्दी भत्ता।

    12. उच्च अध्ययन हेतु कर्मचारियों के लिए पोस्ट स्टडी स्कालरशिप।

    13. समाचार पत्र भत्ता प्रति तिमाही 50% बढ़ाया जाएगा।

    14. अधिकारियों को जलपान के लिए वेतन पर्ची में मूल राशि का 2% विशेष भत्ता प्रदान किया जाएगा।

    15. 2004 के बाद सेवानिवृत्त हुए स्टाफ की पेंशन अपडेट की जाएगी।

    16. कर्मचारी अपने 15 वर्ष तक के स्पेशल चाइल्ड की बीमारी के लिए चिकित्सा प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर प्रति वर्ष अधिकतम 10 दिनों के लिए बीमारी की छुट्टी का लाभ उठा सकते हैं।

    17. महिला कर्मचारियों को चिकित्सा प्रमाणपत्र प्रस्तुत किए बिना प्रति माह एक दिन की बीमारी की छुट्टी लेने की अनुमति दी जाएगी।

    18. सर्विस के प्रत्येक वर्ष के लिए एक महीने की बीमारी की छुट्टी की पात्रता, अधिकतम 720 दिनों के लिए भी लिया जा सकता है, मातृत्व छुट्टी का लाभ इन्फर्टिलिटी के इलाज के लिए भी लिया जा सकता है।

    19. एक delivery में 2 से अधिक बच्चों को जन्म देने की स्थिति में,12 माह तक का मातृत्व अवकाश स्वीकृत किया जाएगा।

    20. कर्मचारियों को परिवार के सदस्यों (पति/पत्नी, बच्चे, माता-पिता और सास-ससुर) के निधन पर शोक अवकाश दिया जाएगा।

    21. लीव बैंक योजना शुरू की जाएगी।

    22. 58 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों के लिए, कार्यस्थल के अलावा किसी अन्य केंद्र में पति या पत्नी के अस्पताल में भर्ती होने के लिए अधिकतम 30 दिनों की बीमारी की छुट्टी दी जाएगी।

    23. दूसरे बच्चे को गोद लेने के लिए मातृत्व अवकाश।

    24. एक वर्ष में 4 बार आधे दिन के लिए आकस्मिक अवकाश, जिसे2 बार सुबह के समय और दो बार दोपहर में, लिया जा सकता है

    25. शिशु के मृत जन्म या 28 दिन के भीतर मृत्यु होने पर 60 दिन तक का विशेष मातृत्व अवकाश स्वीकृत किया जाएगा।

    समझौते की ये प्रमुख घोषणाएं हैं और इसमें कई अन्य घोषणाएं भी शामिल हैं। यूएफबीयू के संयोजक की इन सभी उपलब्धियों को सुनकर, कर्मचारी खुशी से झूम उठे और लीडरशिप जिंदाबाद, यूनाइटेड फोरम जिंदाबाद के नारे लगाने लगे और मुख्य रूप से उन्होंने श्री संजीव कुमार बंदलिश के प्रति अपना सम्मान और प्रेम प्रकट किया। उपस्थितस्टाफश्रीसंजीव कुमार बंदलिश को माला पहनाकर उन्हें ससम्मान उनके केबिन तक ले गए। इस अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक स्टाफ एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कर्मचारियों को मिठाइयां बांटी।

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