आदित्य शर्मा
चंडीगढ़/पंचकूला, 15 सितंबर
कोरोना काल के चलते दो साल पहले आम आदमी पार्टी से दूर हुए चंडीगढ़ के पूर्व सांसद हरमोहन धवन ने आज नगर निगम, चंडीगढ़ की सिल्वर जुबली पर गर्मजोशी के साथ वापसी की। दिल्ली के सांसद और चंडीगढ़ के प्रभारी जरनैल सिंह की मौजूदगी में धवन ने केक काट कर पार्टी की सक्रिय राजनीति में कदम रखा। पार्टी के चुनाव प्रभारी चन्द्रमुखी शर्मा, पार्टी सह प्रभारी प्रदीप छाबड़ा व संयोजक प्रेम गर्ग ने हरमोहन धवन के साथ निगम चुनाव के लिए ताल ठोंकी। धवन ने कहा कि वह शुरू से ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कार्यशैली से प्रभावित रहे हैं लेकिन कोरोना काल की वजह से उन्हें मजबूर होकर पार्टी से दूर होना पड़ा था। अब वापसी के बाद उनका लक्ष्य नगर निगम से भाजपा का सफाया करना होगा।
धवन ने कहा कि शहर की जनता को कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने उलझाए रखा। लोगों को सुविधाओं के प्रलोभन देकर निगम में मनमाने ढंग से वसूली करते रहे। कांग्रेस और भाजपा ने शहर को अंधकार में धकेल दिया है।
धवन ने कहा कि नगर निगम में सत्ता सभालते ही इन पार्टियों से 25 सालों का हिसाब लिया जाएगा। धवन ने कहा कि शहर में बिजली विभाग मुनाफे में चल रहा है, तब भी विभाग का निजीकरण क्यों किया जा रहा है, जनता बार-बार यह सवाल पूछ रही है। वहीं, पानी के रेट बढ़ने से शहर की जनता में त्राहि त्राहि मची हुई है। गारबेज, पेड पार्किंग और मेंटेनेंस के नाम पर लोगों से मनमाने कर वसूले जा रहे हैं।
शहर में पंचायती राज सिस्टम होगा स्थापित
पूर्व सांसद धवन ने कहा कि जब वे सांसद बनने के बाद केंद्र में मंत्री बने थे तो तब असल में शहर की पहचान यहां के गांवों से होती थी। गांव के लोग चंडीगढ़ के विकास में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे लेकिन जब भाजपा ने शहर में सत्ता संभालते ही पंचायती राज सिस्टम को खत्म कर दिया। गांवों के लोगों को सालों से विकास से वंचित रहना पड़ रहा है। नगर निगम द्वारा गांवों को अनदेखा किया जा रहा है। धवन ने कहा कि शहर में नगर निगम में आम आदमी पार्टी की सत्ता आते ही फिर से पंचायती राज सिस्टम को स्थापित किया जाएगा।