चंडीगढ़, 12 मई (ट्रिन्यू)
नगर निगम कमिश्नर को लेकर चंडीगढ़ की सियासत गरमा गई है। बुधवार को आम आदमी पार्टी के पार्षद चंडीगढ़ के नये सह प्रभारी मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान से मिले थे। आरोप है कि आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने सीएम को बताया कि चंडीगढ़ नगर निगम की कमिश्नर आनिंदिता मित्रा पंजाब कॉडर की अधिकारी हैं लेकिन वह उनके काम नहीं करतीं हैं। आप पार्षदों द्वारा सदन में जो एजेंडे लाए जाते हैं, उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाता है। बैठक के बाद कुछ पार्षदों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीएम भगवंत मान ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह निगम कमिश्नर से इस बारे में बात करेंगे। आरोप है कि आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने कहा कि यदि कमिश्नर ने उनके काम नहीं किए तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। यह वीडियो वायरल होते ही चंडीगढ़ भाजपा और पार्षदों ने आप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण सूद, मेयर सरबजीत कौर और पार्टी के 13 पार्षदों ने कमिश्नर पर दबाव बनाने और पंजाब के सीएम पर चंडीगढ़ में दखल देने का आरोप लगाया। अरुण सूद ने कहा कि आप के पार्षद पंजाब के सीएम से जितनी बार मिलना चाहें, मिलें, लेकिन वे चंडीगढ़ के अधिकारियों को धमका नहीं सकते। पंजाब के सीएम को चंडीगढ़ के अधिकारियों के कामकाज में दखल का कोई अधिकार नहीं है। सूद ने कहा कि जैसे पंजाब सरकार दिल्ली से कंट्रोल की जा रही है, ऐसा चंडीगढ़ में नहीं होने दिया जाएगा। चंडीगढ़ को पंजाब से कंट्रोल नहीं करने देंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि आप आदमी पार्टी चंडीगढ़ के संयोजक प्रेम गर्ग ने कमिश्नर को मैसेज कर पूछा था कि आप किस काडर की हैं। जब उन्होंने कहा कि वह काडर पंजाब की हैं तो प्रेम गर्ग ने कहा कि वहां तो आप की सरकार है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के स्वाभिमान से किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब के सीएम ने ऐसा कहा है कि वह निगम कमिश्नर पर कार्रवाई करेंगे तो इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। यदि उन्होंने ऐसा नहीं कहा तो ऐसा दावा करने वाले आप के पार्षदों पर कार्रवाई करें।
कोई एजेंडा नहीं रोका
मेयर सरबजीत कौर का कहना है कि उन्होंने आप पार्षदों का कोई एजेंडा नहीं रोका है। सभी पार्टियों को मिलकर काम करना चाहिए। आप के पार्षद बेवजह के आरोप लगाते हैं।
मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है आप
अरुण सूद ने कहा कि निगम चुनाव से पहले आप ने जनता के साथ बड़े-बड़े वादे किए थे, जिन्हें वो पूरा नहीं कर पा रही है। मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए इधर-उधर की बात कर रहे हैं। उनकी पार्टी में ही फूट हैं। उन्होंने कहा कि आप पार्षद पानी-बिजली फ्री, बिजली विभाग का निजीकरण रोकने का प्रस्ताव सदन में पास करवाएं। उन्होंने कहा कि निगम के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है। निगम में जो एजेंडे रुके हैं, वो आप के पार्षदों के एतराज के बाद ही रिजेक्ट हुए हैं।
शिष्टाचार के तौर पर सीएम से मिले
निगम सदन में आप आदमी पार्टी के नेता योगेश ढींगरा का कहना है कि वे चंडीगढ़ के सहप्रभारी एवं मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह के साथ सीएम भगवंत सिंह के साथ शिष्टाचार के नाते मिलने गए थे। उन्होंने पार्टी से जुड़ी बातें रखी थी। पार्षदों ने चंडीगढ़ निगम कमिश्नर की शिकायत पंजाब सीएम से नहीं की है। जब उनसे वायरल वीडियो के बारे बात की गई तो उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं कहा। चंडीगढ़ के आप के संयोजक प्रेम गर्ग से उन पर लग रहे आरोपों के बारे बात करनी चाही तो उनका फोन नहीं लगा।
सदन में निपटने चाहिए मामले
पूरे मामले में चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष चावला ने कहा कि सभी पार्षदों को अपनी बात सदन में रखनी चाहिए। पार्षद किसी भी पार्टी का हो, उसे जनता के हितों को ध्यान में रखकर शहर के विकास के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के पार्षद अपने निजी काम लेकर कमिश्नर के पास जाते हैं। उनके काम नहीं होने की वजह से वो ऐसी बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप के पार्षदों को हक है कि वे अपनी समस्याएं लेकर अपनी पार्टी के सीएम भगवंत मान से मिल सकते हैं, लेकिन चंडीगढ़ के अधिकारियों पर दबाव बनाना गलत है।