Weather Update: मानसून ने पकड़ी रफ्तार, हरियाणा, पंजाब व चंडीगढ़ पानी से तर-ब-तर
चंडीगढ़, 30 जून (एजेंसी/वेब डेस्क)
Weather Update: मानसून अपनी सामान्य तिथि से करीब एक सप्ताह पहले पूरे देश में पहुंच गया, जिसके चलते राष्ट्रीय राजधानी और अन्य उत्तरी राज्यों में बारिश हुई और कई पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन हुआ। रविवार रात व सोमवार सुबह भी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल सहित देश के कई इलाकों में जमकर बारिश हुई।
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों तथा चंडीगढ़ में सोमवार को बारिश हुई। स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार, चंडीगढ़ में सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में 70.5 मिमी बारिश हुई।
हरियाणा के यमुनानगर, हिसार, अंबाला, रोहतक, भिवानी, सिरसा, पंचकूला और करनाल में बारिश हुई। यमुनानगर जिले में एक किसान ने बताया कि भारी बारिश के कारण उसके खेत पानी में डूब गए।
पंजाब के लुधियाना, पटियाला, पठानकोट, बठिंडा, मोहाली, गुरदासपुर और फिरोजपुर समेत कई स्थानों पर बारिश हुई। क्षेत्र में बारिश के बाद तापमान सामान्य से नीचे आ गया। दोनों राज्यों के कई हिस्सों में मंगलवार तक बारिश होने की संभावना जताई गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज भी बारिश जारी रहने की चेतावनी जारी की है। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों के लिए मूसलाधार वर्षा का ‘रेड अलर्ट' जारी किया है। राज्य में 20 जून को मानसून के आगमन के बाद से बारिश से संबंधित घटनाओं में 20 लोगों की जान जा चुकी है।
रविवार को यूनेस्को की विश्व धरोहर शिमला-कालका रेल लाइन पर रविवार को सेवाएं स्थगित कर दी गईं, क्योंकि सोलन जिले में रात भर हुई बारिश के दौरान पटरियों पर पत्थर और पेड़ गिर गए। सोलन के बरोटीवाला औद्योगिक क्षेत्र में एक पुल भी बह गया।
शिमला और चंडीगढ़ को जोड़ने वाले शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-5) पर कोटी के निकट भूस्खलन से सड़क के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए, जिसके परिणामस्वरूप घंटों तक दो से तीन किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। जिले के बद्दी इलाके में बाल्ड नदी उफान पर है और झाड़माजरी के शिवालिक नगर में 20 से ज्यादा घरों में चार फुट तक पानी घुस जाने की खबरें हैं।
इस बीच, मंडी की जूनी खड्ड और ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने और सतर्क रहने की अपील की है। रविवार सुबह पंडोह बांध के सभी पांच गेट खोल दिए गए, जिससे ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ गया। स्थानीय मौसम विभाग ने सोमवार तक 10 जिलों - बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना - के कुछ हिस्सों में मध्यम से उच्च आकस्मिक बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2020 के बाद यह पहला मौका है जब मानसून पूरे देश में इतनी जल्दी पहुंचा है। वर्ष 2020 में यह 26 जून तक पूरे देश में पहुंचा था। आईएमडी का कहना है कि दिल्ली में मानसून अपनी सामान्य तिथि 27 जून के दो दिन बाद पहुंचा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘मानसून 29 जून 2025 को राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शेष हिस्सों और पूरी दिल्ली में पहुंच गया।'' मौसम विभाग के अनुसार, चंडीगढ़ में रविवार सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों में 119.5 मिमी बारिश हुई।
पंजाब के अन्य स्थानों के अलावा, फिरोजपुर, मोहाली, लुधियाना, पटियाला, पठानकोट और रूपनगर में बारिश हुई। आईएमडी ने कहा कि अगले सात दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
एक अधिकारी ने कहा कि आईएमडी ने रविवार को एक 'रेड' अलर्ट जारी कर एक जुलाई तक झारखंड के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने का पूर्वानुमान किया है। झारखंड की राजधानी रांची में रविवार सुबह से हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। आईएमडी अधिकारी ने कहा है कि दो जुलाई की सुबह तक शहर में भारी बारिश होने की संभावना है।