चंडीगढ़, 31 अगस्त (ट्रिन्यू)
देश के पूर्व राष्ट्रपति व भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन पर चंडीगढ़ के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। पूर्व सांसद और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सत्य पाल जैन ने प्रणब मुखर्जी के देहांत पर गहरा दुःख व्यक्त किया। जैन ने कहा कि श्री प्रणब मुखर्जी के उनके साथ बहुत ही अच्छे सम्बंध थे। कांग्रेस नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री पवन बंसल ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि करीब 35 वर्षों से अधिक समय तक उन्होंने प्रणब मुख़र्जी के साथ काम किया। वो ज्ञान के भंडार, चलते-फिरते इन्साइक्लोपीडिया थे और हर एक मुद्दे पर उनका बहुत योगदान था। वह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वार्ताकार के रूप में श्रेष्ठ थे तथा हर काम को बड़ी ही सहजता एवं आसानी से अंजाम देते। चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व अध्यक्ष संजय टंडन ने कहा कि वह भारतीय राजनीति के ऊर्जा स्तंभ थे।
पीयू दौरे को किया याद
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि देश ने एक उम्दा सांसद और बेहतरीन राजनेता खो दिया है। पूर्व कुलपति प्रो. अरुण ग्रोवर ने भी उनके निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में बतौर राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी दीक्षांत समारोह में दीक्षांत भाषण देने 14 मार्च 2015 को पीयू आये थे। उन्होंने पीयू के दौरे को याद करते हुए कहा कि प्रणब जैसे नेता और विचारक का जाना एक अपूरणीय क्षति है। भारत रत्न मुखर्जी ने नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, एमएस स्वामीनाथन और मंजुला भार्गव को मानद उपाधियां और गुलजार को साहित्य रत्न, एसके मुंजाल को उद्योग रत्न व डॉ. आमोद गुप्ता को विज्ञान रत्न से नवाजा था और दीक्षांत समारोह को यादगार बना डाला था।