चंडीगढ़, 17 जुलाई (ट्रिन्यू)
चंडीगढ़, पंचकूला और आसपास के इलाकों में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते शनिवार रात सुखना झील का जलस्तर 1162 60 फुट खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद प्रशासन ने सुखना झील के एक फ्लट को शनिवार रात डेढ़ बजे खोल दिया, जिसे 17 घंटे बाद रविवार सायं साढ़े 6 बजे बंद किया गया। सुखना लेकर का जलस्तर 1161.90 फीट पर पहुंच गया था। सुखना झील में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए यूटी प्रशासन ने पंचकूला और मोहाली प्रशासन को अलर्ट जारी कर दिया है। फ्लड गेट खुलने से पंजाब के बलटाना, जीरकपुर समेत कई इलाके पानी घुस गया। बलटाना के कई निचले इलाकों में पानी भर गया। वहीं दूसरी ओर बारिश के कारण औद्योगिक क्षेत्र जैसे श्मशानघाट के पास माखनमाजरा सुखना चाउ के पास अंडरब्रिज वाली सड़कें पानी में डूब गईं। किशनगढ़ के पास वाले ब्रिज पर जलभराव की स्थिति बन गई है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए लोगों को कहा गया है कि संबंधित मार्ग से न गुजरें। इसके चलते ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया। इस मौके पर चंडीगढ़ पुलिस के जवानों ने बेरिकेडिंग कर सड़क जाम कर दिया गया।
24 घंटे रखी जा रही नजर
सुखना झील में लगातार बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए यूटी प्रशासन ने 24 घंटे अधिकारियों को तैनात किया है, जो तीन शिफ्ट में काम कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी हर घंटे सुखना झील का जलस्तर नोट कर रहे हैं। सुखना झील के रेगुलेटरी छोर पर भी 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। इसके अलावा फ्लड लाइट और साउंड सिस्टम की भी व्यवस्था की गई है। जिससे जरूरत पड़ने पर रात और सुबह लोगों को इसकी सूचना दी जा सके।