पीजीआईएमईआर में ‘वॉक फॉर माइंड’
‘मन स्वस्थ तो जीवन सशक्त’ इसी संदेश के साथ पीजीआई चंडीगढ़ के मनोचिकित्सा विभाग ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 के अवसर पर ‘वॉक फॉर माइंड’ का आयोजन किया। यह कार्यक्रम एसोसिएशन फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट (ए.आर.डी.) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एजुकेशन (नाइन) के सहयोग से हुआ। इस वर्ष का विषय ‘सेवाओं तक पहुंच : आपदाओं और आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य’ रहा, जो संकट और संघर्ष के समय मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के महत्व को रेखांकित करता है।
सुबह सुखना लेक से शुरू हुई वॉकथॉन को पीजीआई निदेशक प्रो. विवेक लाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें 400 से अधिक प्रतिभागियों, संकाय सदस्यों, रेजिडेंट डॉक्टरों, नर्सिंग छात्रों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रो. लाल ने कहा कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य एक-दूसरे के पूरक हैं। दोनों में संतुलन बनाए रखना जीवन के लिए आवश्यक है। मनोचिकित्सा विभाग के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रो. सुभो चक्रवर्ती के नेतृत्व में विभाग के शिक्षक, पूर्व संकाय सदस्य, प्रो. विपिन कौशल (मेडिकल सुपरिंटेंडेंट) और प्रो. साधना लाल (बाल जठरांत्र विज्ञान विभागाध्यक्ष) भी उपस्थित रहे। ए.आर.डी. टीम की अगुवाई डॉ. प्रकृति जोशी और डॉ. पुनित कुंतल ने की। आयोजन में डॉ. राहुल चक्रवर्ती और उनकी टीम की भूमिका सराहनीय रही। नाइन के छात्रों ने सुखना लेक फ्रंट पर एक प्रभावशाली नाट्य प्रस्तुति दी, जिसमें आपदाओं के दौरान मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत और टेली-मैनस हेल्पलाइन की भूमिका को दर्शाया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों ने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने, एक-दूसरे का सहयोग करने और आवश्यकता पड़ने पर टेली-मैनस जैसी सेवाओं का उपयोग करने का संकल्प लिया। प्रो. विवेक लाल ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति पीजीआई का यह समर्पण समाज में जागरूकता फैलाने की दिशा में एक प्रेरक कदम है।