मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

Verka Protest वेरका मिल्क प्लांटों में गूंजा विरोध का स्वर, 18 अगस्त को चार बड़े प्लांटों के बाहर प्रदर्शन

राज्य की आप सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए वेरका मिल्क प्लांटों के अनुबंध कर्मचारियों ने आंदोलन तेज़ कर दिया है। सोमवार को पंजाब के सभी वेरका मिल्क प्लांटों में गेट रैलियाँ आयोजित की गईं। इसके साथ ही 18...
Advertisement

राज्य की आप सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए वेरका मिल्क प्लांटों के अनुबंध कर्मचारियों ने आंदोलन तेज़ कर दिया है। सोमवार को पंजाब के सभी वेरका मिल्क प्लांटों में गेट रैलियाँ आयोजित की गईं। इसके साथ ही 18 अगस्त को अमृतसर, मोहाली, लुधियाना और जालंधर स्थित वेरका प्लांटों के बाहर राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन की घोषणा की गई है।

चंडीगढ़ प्लांट के अध्यक्ष रूपिंदर सिंह ने प्रेस बयान में कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ने सत्ता में आने से पहले आउटसोर्स और इन-हाउस अनुबंध कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन अब वह भी पिछली सरकारों की राह पर चल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधानसभा में खुद स्वीकार किया था कि ठेकेदारों और कंपनियों द्वारा अनुबंध कर्मचारियों का शोषण हो रहा है, लेकिन आज तक ठोस नीति नहीं बनाई गई।

Advertisement

रूपिंदर सिंह ने कहा कि बीते तीन वर्षों में सरकार ने विभागीय विलय या नियमितीकरण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया, जिससे साफ है कि सरकार भी केवल घोषणाओं तक सीमित है। कर्मचारियों की मांग है कि 1948 के फार्मूले के अनुसार वेतन तय कर आउटसोर्स कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाया जाए।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत सरकार डेयरी कारोबार को एक अमेरिकी कंपनी को सौंपने की तैयारी कर रही है, जबकि मिल्कफेड चेयरमैन इस मुद्दे पर बात करने से भी कतरा रहे हैं। इसको लेकर 13 अगस्त को सभी वेरका प्लांटों में पंजाब सरकार के पुतले फूंके जाएंगे।

इस मौके पर पवित्तर सिंह, रविंदर सिंह, रणजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में वेरका के आउटसोर्स कर्मचारी मौजूद रहे।

Advertisement
Tags :
AAP GovernmentDairy Privatization IndiaProtest News PunjabVerka Contract Workersअनुबंध कर्मचारीआउटसोर्स नीतिडेयरी निजीकरणमिल्कफेड पंजाबवेरका विरोध प्रदर्शन

Related News