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विश्वविद्यालय और कालेजों के विद्यार्थी घर लौटे

किराना दुकानों और आटा चक्कियों पर उमड़ी भीड़
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शुक्रवार को पाकिस्तान से संभावित ड्रोन हमले के अलर्ट के बाद कई कॉलेजों ने छुट्टियां घोषित कर दी हैं। चंडीगढ़ के सेक्टर-17 स्थित आईएसबीटी में छात्रों की भारी भीड़। -ट्रिब्यून फोटो : प्रदीप तिवारी
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कुलदीपसिंह/निस

मोहाली, 9 मई

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मोहाली में भारत-पाक तनाव को लेकर सुरक्षा को लेकर जारी एडवाइजरी के बाद तनावपूर्ण माहौल है। जिले के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे छात्र और फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर बड़ी संख्या में अपने-अपने घरों को लौट रहे हैं। परीक्षाओं के स्थगित होने के बाद विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के हॉस्टलों में रहने वाले छात्र हॉस्टल खाली कर रहे हैं। कई हॉस्टल पूरी तरह खाली हो चुके हैं। फिलहाल विदेशी मूल के छात्र ही विश्वविद्यालय परिसरों में मौजूद हैं। खरड़ क्षेत्र की रिहायशी सोसाइटियों में किराये पर रह रहे कई छात्र भी घर लौट गए हैं। कुछ कंपनियों ने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देनी शुरू कर दी है। इस बीच, शहर के कई रिहायशी इलाकों में स्थित किराना दुकानों, आटा चक्कियों और जरूरी सामान की दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। फेज़-2 में स्थित बीके फ्लोर मिल के मालिक ने बताया, :ब्लैकआउट एडवाइजरी के बाद से भीड़ बढ़ गई है, लेकिन हम आटे की कोई कमी नहीं होने देंगे। हर ग्राहक को उचित रेट पर आटा उपलब्ध करवाया जा रहा है।’ किराना दुकानदार पवन ने बताया, :लोग जरूरत से ज्यादा सामान खरीद रहे हैं, जबकि हमारे पास सभी चीज़ें भरपूर मात्रा में उपलब्ध हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि घबराहट न फैलाएं।’ डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा, ‘लोगों को अफवाहों से बचना चाहिए। कोई भी गलत जानकारी सोशल मीडिया पर न फैलाएं। अगर कहीं जमाखोरी या कालाबाज़ारी की सूचना मिलती है, तो तुरंत प्रशासन को अवगत करवाएं।’विधानसभा क्षेत्र के विधायक कुलवंत सिंह ने कहा, ‘मोहाली के निवासियों को किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। एडवाइजरीज़ केवल सुरक्षा प्रबंधन के तहत एक अभ्यास (रिहर्सल) हैं ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में नुकसान कम से कम हो। लोगों को आश्वस्त रहना चाहिए कि खाने-पीने की चीज़ों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं होगी।”

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