प्रोफेसर बांबा के मार्गदर्शन में पीयू देश का पहला गणित में उन्नत अध्ययन केंद्र बना : विग
चंडीगढ़, 26 मई (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय ने आज पूर्व कुलपति और प्रोफेसर एमेरिटस प्रो. आरपी बांबा के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया। पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित प्रो. बांबा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कुलपति प्रो. रेणु विग ने उन्हें विश्व स्तर पर प्रशंसित गणितज्ञ, भारतीय शिक्षा जगत में एक प्रमुख व्यक्ति और पंजाब विश्वविद्यालय के सबसे प्रतिष्ठित पूर्व कुलपतियों में से एक बताया। उन्होंने कहा ‘अपनी प्रतिभा, विनम्रता और संस्थागत समर्पण के असाधारण मिश्रण के लिए याद किए जाने वाले प्रोफेसर बांबा ने अनगिनत छात्रों, शिक्षकों और प्रशासकों को प्रेरित किया। शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति में उनका विश्वास अकादमिक समुदाय के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश बना हुआ है।’ उनके योगदान को याद करते हुए प्रो. विग ने कहा कि 1985 से 1991 तक कुलपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान प्रो. बांबा ने पंजाब विश्वविद्यालय को अकादमिक विकास, बुनियादी ढांचे के विकास और उत्कृष्टता के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता के एक निर्णायक युग के माध्यम से आगे बढ़ाया।
प्रो. विग ने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्होंने प्रोफेसर एमेरिटस के रूप में और पीयू सीनेट के एक लंबे समय तक सदस्य के रूप में विश्वविद्यालय का मार्गदर्शन जारी रखा तथा अमूल्य बौद्धिक और नैतिक नेतृत्व प्रदान किया। प्रोफेसर विग ने कहा कि प्रोफेसर बांबा के मार्गदर्शन में पीयू देश का पहला गणित में उन्नत अध्ययन केंद्र बन गया।
पूर्व कुलपति प्रो. अरुण के. ग्रोवर ने कहा,’प्रो. बांबा न केवल अंतरराष्ट्रीय ख्याति के गणितज्ञ थे, बल्कि भारतीय उच्च शिक्षा के राजनेता भी थे। वे कई लोगों के लिए मार्गदर्शक थे।’ विश्वविद्यालय शिक्षण संकायाध्यक्ष प्रो. योजना रावत, रजिस्ट्रार प्रो. वाई.पी. वर्मा, परीक्षा नियंत्रक प्रो. जगत भूषण, वित्त एवं विकास अधिकारी सीए विक्रम नैयर, प्रोफेसर एमेरिटस प्रो. पैम राजपूत, गणित विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुरिंदर पाल सिंह कैंथ सहित विभिन्न वरिष्ठ संकाय और स्टाफ सदस्यों ने भी बैठक में श्रद्धांजलि अर्पित की।