UK का ‘वीजा फ्रॉड तों बचो’अभियान, पंजाब-हरियाणा में फैला रहा जागरूकता
ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा शुरू किया गया ‘वीज़ा फ्रॉड तों बचो’ अभियान पंजाब में लोगों को वीज़ा घोटालों से बचने के लिए जागरूक कर रहा है। यह अभियान लोगों को धोखाधड़ी, आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव से बचाने में मदद कर रहा है। अब यह अभियान हरियाणा और पंजाब के अन्य हिस्सों तक बढ़ाया जा रहा है।
आज यूके सरकार ने अपने WhatsApp चैटबॉट के लिए एक नया QR कोड जारी किया है, जिससे लोग पंजाबी भाषा में आसान तरीके से जानकारी पा सकते हैं। यह चैटबॉट यूके वीज़ा से जुड़ी धोखाधड़ी के आम तरीकों की जानकारी देता है और कानूनी तरीकों से यूके जाने के लिए मार्गदर्शन भी करता है।
ब्रिटिश उच्चायोग भारत सरकार और स्थानीय भागीदारों के साथ मिलकर इस अभियान को और आगे ले जाएगा। जानकारी के संसाधन स्थानीय प्रशासन और भरोसेमंद संगठनों के साथ साझा किए जाएंगे ताकि वीज़ा धोखाधड़ी के खिलाफ एक मज़बूत नेटवर्क तैयार किया जा सके।
ब्रिटिश उच्चायोग के पॉलिटिकल काउंसलर डैनियल शैरी ने कहा "हम पंजाब में ‘वीज़ा फ्रॉड तों बचो’ अभियान को आगे बढ़ाकर खुश हैं और अब इसे WhatsApp चैटबॉट QR कोड के ज़रिए और भी सुलभ बना रहे हैं। हम चंडीगढ़ और पंजाब में अपने भागीदारों तथा भारत सरकार के साथ मिलकर लोगों को वीज़ा धोखाधड़ी से बचाते रहेंगे।"
चंडीगढ़ में डिप्टी हेड ऑफ मिशन अमनदीप ग्रेवाल ने कहा, "हमारे सभी सहयोगियों का धन्यवाद, जिनके समर्थन से यह अभियान सफल हो रहा है। हमारा लक्ष्य साफ है — मासूम लोगों को वीज़ा धोखाधड़ी से बचाना। जैसे-जैसे यह अभियान पंजाब और हरियाणा में आगे बढ़ेगा, हम जागरूकता बढ़ाते रहेंगे और सुरक्षित, कानूनी यात्रा को बढ़ावा देंगे।"
ब्रिटिश उच्चायोग ने 6 अगस्त को एलांते मॉल (दोपहर 2:30 से शाम 5 बजे) और 7 अगस्त को सेक्टर 17 अंडरपास (शाम 4:30 से 7 बजे) पर फोटो प्रदर्शनी आयोजित की है। इसका उद्देश्य स्थानीय समुदाय को अनियमित प्रवास के खतरों के बारे में जागरूक करना और वीज़ा धोखाधड़ी से बचने की जानकारी देना है।
बता दें, ‘वीज़ा फ्रॉड तों बचो’ अभियान फरवरी में शुरू हुआ था। इसमें सोशल मीडिया, पोस्टर और गांवों में व्यक्तिगत बातचीत के ज़रिए लोगों को वीज़ा आवेदन से जुड़ी धोखाधड़ी के बारे में बताया गया।