दो फर्जी कॉल सेंटरों का पर्दाफाश, 10 गिरफ्तार
मोहाली, 23 जून (हप्र)
रेंज एंटी नारकोटिक्स-कम-स्पेशल ऑपरेशन सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मोहाली में चल रहे दो फर्जी कॉल सेंटरों का पर्दाफाश कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह फर्जी कॉल सेंटर फेज-7 में मनचंदा टावर प्लॉट नंबर डी/133सी में बिल्डिंग की पहली व तीसरी मंजिल पर चल रहे थे। इस फर्जी कॉल सेंटर से विदेशी लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया जा रहा था। ऑपरेशन सेल मोहाली टीम के इंचार्ज इंस्पेक्टर दरबारा सिंह को इन फर्जी कॉल सेंटर की सूचना मिली थी। टीम ने पहली मंजिल पर रेड के दौरान फर्जी कॉल सेंटर के मालिक मनमीत सिंह बनवैत निवासी सेक्टर-53 मोहाली सहित 5 स्टॉफ मैंबर अनमोल मल्होत्रा निवासी शिवजोत एनक्लेव, जसनीत कौर निवासी खरड़, अरमिता निवासी सेक्टर-117 मोहाली, गुरप्रीत सिंह निवासी एचई-164 फेज-1 फ्रैको रोड और वुगसैम हुनग्यो उर्फ सैम निवासी केवीजाओ कॉलोनी दिमापुर नागालैंड को हिरासत में लिया। आरोपी सैम इस समय बलौंगी में पीजी रह रहा था। आरोपियों से 5 लैपटाप, 5 हैडफोन व 9 मोबाइल फोन बरामद हुई है। आरोपियों से दफ्तर कामकाज के लिए इस्तेमाल की जा रही लग्जरी फॉरच्र्यूनर गाड़ी, जैज कार और वरना कार बरामद की है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
यह था ठगी का तरीका
डीएसपी साइबर रुपिंदर सोही ने बताया कि पहली मंजिल पर चल रहे फर्जी कॉल सेंटर में पे-पाल की ओर से ई-मेल ब्लास्टिंग के माध्यम से विदेशी लोगों को बिटक्वाइन परचेज व ऐमाजॉन परचेज संबंधी ई-मेल भेजा करते थे। उक्त आरोपी टोल फ्री नंबर जोकि इनके अपने लैपटाप पर एक्सलाइट एप्प पर कॉल करने पर विदेशी लोगों को उनका पे-पाल अकांउट हैक होने की जानकारी देते थे। इसके अलावा उन्हें यह कहा जाता था कि उनका अकाउंट गैर कानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जा रहा है और वह अलग-अलग लोकेशन पर ऑनलाइन बिट क्वाइन परचेज कर रहे हैं। फिर कॉलर की ओर से कॉल पर यह बताकर कि उनकी कॉल बैंक को ट्रांसफर की जा रही है और दफ्तर में बैठे अपने साथी को दे दी जाती थी। जिसमें रिफंड की बात कहकर विदेशी लोगों से एप्पल का गिफ्ट कार्ड मंगवाकर उस में से पैसे निकाल लेते थे। जिसको आरोपी यूएसडीटी व हवाला के माध्यम से अपने पास ट्रांसफर करके भारत में कैश करवा लेते थे। इस तरीके के साथ मिलीभुगत करके विदेशी लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया जा रहा था।
तीसरी मंजिल पर था एमएस वेयनवा ट्रैवल कॉल सेंटर
इसी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर टीम ने रेड दौरान एमएस वेयनवा ट्रैवल प्राइवेट लिमिटेड फर्जी कॉल सेंटर के लोगों को कंप्यूटर पर लॉगिंग कर ठगी मारते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान कंपनी मैनेजर मोर्या नाथ उर्फ क्रिशटाफर निवासी गोल्ड लाइन द्वारका सेक्टर-23 दिल्ली, ईश्वर कुमार निवासी गांव कैरी जिला कांगड़ा, रिनचेन विनेयल थिमफयो भूटान, डोली कुमारी झारखंड के रूप में हुई है। आरोपियों से 4 सीपीयू, 4 हैडफोन और 5 मोबाइल बरामद किए हैं।
विदेशियों को देते थे झांसा
तीसरी मंजिल पर चल रहा फर्जी कॉल सेंटर ट्रैवल कंपनी के नाम पर चल रहा था। एक वेबसाइट ट्रियलप्रो डॉट कॉम के माध्यम से विज्ञापन चलाकर विदेशी लोगों को सस्ते दाम पर टिकट के रेट दिए जाते थे। फिर आरोपी कॉल करके विदेशी लोगों से उनके क्रैडिट व डेबिट कार्ड की डिटेल हासिल करके उनको टिकट बुकिंग के नाम पर अलग-अलग वेंडरों के माध्यम से गैर कानूनी ढंग के साथ रजिस्टर्ड किए गए पेमेंट गेट-वे पर चार्ज कर लेते थे। पेमेंट गेटवे वाले अपना कमिशन काटकर आरोपियों को उनके खाते और कैश में भारती करंसी में पैसे दे देते थे। इस तरह ना तो उन्हें टिकट मिलती थी और वह पैसे गंवा देते थे।