शोध पत्र लेखन पर दो दिवसीय कार्यशाला
रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग की ओर से शोध पत्र लेखन पर केंद्रित दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को अकादमिक शोध और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशन के लिए आवश्यक तकनीकी एवं बुनियादी कौशल प्रदान करना था। यह कार्यक्रम यूनिवर्सिटी के चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा के नेतृत्व, वाइस-चेयरमैन गुरिंदर सिंह बाहरा, ग्रुप वाइस चांसलर डॉ. संजय कुमार, प्रोवाइस चांसलर डॉ. सतीश कुमार बांसल के मार्गदर्शन तथा कार्यकारी निदेशक डॉ. साहिल वर्मा के सहयोग से आयोजित हुआ। विभागाध्यक्ष डॉ. अनीता गोयल ने जानकारी दी कि इस कार्यशाला का मुख्य लक्ष्य विद्यार्थियों को शोध की बुनियादी अवधारणाओं से परिचित कराना, शोध लेखन की सही प्रक्रिया समझाना तथा उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशन के योग्य बनाना था। कार्यशाला के पहले दिन डॉ. कविता ने विद्यार्थियों को शोध के सिद्धांतों और उनके व्यावहारिक महत्व पर विस्तृत जानकारी दी। वहीं दूसरे दिन डॉ. रमन कुमार ने शोध लेखन एवं प्रकाशन के व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस प्रकार सैद्धांतिक ज्ञान का सही प्रयोग कर गुणवत्तापूर्ण शोध पत्र तैयार किया जा सकता है।
इस मौके पर ग्रुप वाइस चांसलर डॉ. संजय कुमार ने कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा कि रयात बाहरा यूनिवर्सिटी में इस तरह की पहल विद्यार्थियों में शोध संस्कृति को बढ़ावा देने और उन्हें अकादमिक जगत में आगे बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम है। समापन अवसर पर डॉ. अनीता गोयल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सहयोग और उत्साहवर्धन के बिना इस तरह की कार्यशालाओं का सफल आयोजन संभव नहीं है। इस कार्यशाला ने विद्यार्थियों को न केवल शोध की बुनियादी समझ दी, बल्कि उन्हें भविष्य में उच्च स्तरीय शोध और प्रकाशन के लिए प्रेरित भी किया।
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