पंचकूला मेें जलेगा ट्राइसिटी का सबसे बड़ा 180 फुट का रावण
इस बार पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित शालीमार ग्राउंड में दशहरा उत्सव के दौरान ट्राइसिटी के सबसे ऊंचे 180 फीट रावण के पुतले का दहन होगा। पहली बार रावण के साथ-साथ 100-100 फीट ऊंचे मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले भी अग्नि...
इस बार पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित शालीमार ग्राउंड में दशहरा उत्सव के दौरान ट्राइसिटी के सबसे ऊंचे 180 फीट रावण के पुतले का दहन होगा। पहली बार रावण के साथ-साथ 100-100 फीट ऊंचे मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले भी अग्नि के हवाले किए जाएंगे।
माता मानसा देवी चेरिटेबल ट्रस्ट दशहरा समिति के जनरल सेक्रेटरी संदीप गुप्ता के अनुसार ट्राइसिटी का सबसे ऊंचा 180 फीट का रावण यहीं तैयार हो रहा है। समिति के सदस्यों ने बताया कि लोगों की लगातार मांग थी कि तीनों पुतले एक साथ जलें, इसलिए इस बार खास इंतजाम किए गए हैं। तीनों पुतलों में कुल 5,000 पटाखों का इस्तेमाल होगा। इस आयोजन पर करीब 50 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पुतलों के मुंह से आग के गोले निकलेंगे। पुतलों को बनाने का काम उत्तर प्रदेश के आगरा से आए 25 मुस्लिम कारीगर कर रहे हैं।
चंडीगढ़ में 10 जगह होगा पुतलों का दहन
चंडीगढ़ में इस बार 10 स्थानों पर रावण के पुतले का दहन होगा। रावण का सबसे ऊंचे पुतले का दहन सेक्टर-46 में होगा। यहां सनातन धर्म कमेटी ने 101 फीट ऊंचा रावण का पुतला खड़ा किया है। सेक्टर-34, 29, 27, 24, 17, 43, 48 में भी पुतलों का दहन होगा। सेक्टर-29 में 80 फीट ऊंचे रावण के पुतले को खड़ा किया जाएगा। इसके अलावा यहां पर कुंभकर्ण का पुतला 75 फीट और मेघनाद का पुतला 70 फीट का बनाया गया है। सेक्टर-34 में इस बार 65 फीट का रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले 60-60 फीट के तैयार किए गए हैं। सेक्टर-27 में रावण का पुतला 75 फीट, जबकि मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों की ऊंचाई 70 और 65 फीट रखी गई है। इसी प्रकार से सेक्टर-17 में रावण का पुतला 70 फीट, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले 65-65 फीट के बनाए गए हैं।