चंडीगढ़, 7 जून (ट्रिन्यू)
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए), पंजाब सरकार और पीजीआई चंडीगढ़ ने पंजाब राज्य में ट्रांस फैट नियंत्रण के कार्यान्वयन को मजबूत करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह अपनी तरह की पहली पहल है, जहां किसी भी राज्य सरकार ने ट्रांस फैट से संबंधित गतिविधियों पर संयुक्त रूप से काम करने के लिए देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थान के साथ सहयोग किया है। इसका मकसद ‘तंदरुस्त पंजाब’ है, जो इस बात पर रोशनी डालता है कि खाद्य सुरक्षा सरकारों, उत्पादकों और उपभोक्ताओं की साझा जिम्मेदारी है। एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए आयुक्त एफडीए पंजाब कुमार राहुल ने कहा, ‘पंजाब राज्य में ट्रांस फैट का अत्यधिक उपयोग भी राज्य में कोविड से संबंधित मृत्यु दर के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह एमओयू समय की आवश्यकता है और इसके सख्त कार्यान्वयन से पंजाब राज्य में विभिन्न गैर-संचारी रोगों के जोखिम कारकों में कमी आएगी।’ डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन एंड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, पीजीआई के प्रो. सोनू गोयल ने कहा, ‘यह एमओयू पंजाब सरकार के साथ हमारी परियोजना ‘राज्य में उच्च रक्तचाप सेवाओं के प्रबंधन को मजबूत करने’ के तहत निरंतर किये जा रहे कार्य का फल है।