दुधला, दाबसू गांव के लिए नहीं रोड, चारपाई पर पक्की सड़क तक लाते हैं मरीजों को
मोरनी क्षेत्र के अति दुर्गम गांव दाबसू और दूधला गांव के ग्रामीण सड़क सुविधा के बिना वर्षों से परेशान हैं। गांवों में सड़क न होने के कारण मरीजों को चारपाई पर उठाकर पक्की सड़क तक लाना पड़ता है। इस पक्की सड़क से ही एंबुलेंस सेवा मिल पाती है। मोरनी आने के लिए भी लोगों को यहीं से बस सुविधा मिल पाती है। शनिवार को दुधला गांव के एक मरीज को ग्रामीणों को पांच किलोमीटर दूर मुख्य लिंक रोड कड़ेरन तक चारपाई पर लाना पड़ा।
गांव में सड़क न होने के कारण एंबुलेंस गांव तक पहुंच नहीं पाती। बारिश के बाद दाबसू गांव का रास्ता पत्थर, मलबा व कीचड़ के कारण बंद हो जाता है, जिससे दोनों गांवों के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दाबसू गांव में एक सरकारी मिडल स्कूल है और यह पोलिंग बूथ भी है, लेकिन इसके बावजूद सड़क निर्माण की ओर प्रशासन ने कभी ध्यान नहीं दिया। बारिश के दिनों में स्कूली छात्रों को कीचड़ और पानी के बीच कई किलोमीटर दूर स्कूल पहुंचना पड़ता है।
दैनिक जरूरतों का सामान भी ग्रामीणों को सिर पर उठाकर लाना पड़ता है। ग्रामीण सड़क सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की मांग लंबे समय से कर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। प्रशासनिक अनदेखी के कारण इन गांवों में विकास कार्य ठप हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द यहां सड़क का निर्माण कराया जाए, ताकि उनकी समस्याओं का हल हो सके।