पिंजौर, 5 दिसंबर (निस)
सरकारी, प्राइवेट स्कूलों में बेहतर शिक्षा व अनुशासन सुनिश्चित करने और स्कूलों व जिला शिक्षा कार्यालय के मध्य खंड शिक्षा अधिकारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सन 1988 में ब्लाॅक पिंजौर बीईओ दफ्तर को पंचकूला शिफ्ट करवा दिया गया था, जिसे शिवालिक विकास मंच प्रदेशाध्यक्ष विजय बंसल के प्रयासों से वर्ष 2014 में पुनः पिंजौर शिफ्ट करवाया था। लेकिन अब आलम यह है कि दफ्तर में कोई स्थाई बीईओ की नियुक्ति नहीं की गई है। बीईओ का चार्ज ब्लॉक के किसी वरिष्ठतम प्रिंसिपल को दे दिया जाता है।
अस्थाई तौर पर चार्ज मिलने पर न तो उस अधिकारी द्वारा बेहतर कार्य सुनिश्चित हो पाता है। साथ ही दफ्तर के कार्य भी उसी स्कूल से होते हैं। मौजूदा समय में पंचकूला के एक प्रिंसिपल के पास बीईओ का चार्ज है, जिससे पिंजौर ब्लॉक के लगभग 300 स्कूलों में कार्यरत कर्मियों व छात्रों को अपने कार्य करवाने में दिक्कतें आती हैं। दफ्तर में पेंडिंग पड़ी कई फाइलें धूल चाट रही हैं, ऐसे में इस कार्यालय का औचित्य ही खत्म होने की कगार पर है।