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PGI Chandigarh में तकनीकी स्टाफ की भारी कमी, 150 से ज्यादा पद खाली, इलाज पर असर

देश के अग्रणी चिकित्सा संस्थानों में शामिल पीजीआई चंडीगढ़ में तकनीकी स्टाफ की गंभीर कमी उजागर हुई है। आरटीआई से सामने आया है कि अस्पताल के इंजीनियरिंग विभाग में 150 से अधिक पद वर्षों से रिक्त हैं, जिससे मरीजों की...
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देश के अग्रणी चिकित्सा संस्थानों में शामिल पीजीआई चंडीगढ़ में तकनीकी स्टाफ की गंभीर कमी उजागर हुई है। आरटीआई से सामने आया है कि अस्पताल के इंजीनियरिंग विभाग में 150 से अधिक पद वर्षों से रिक्त हैं, जिससे मरीजों की बुनियादी सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं।

पीजीआई इंप्लाय यूनियन (एनएफ) के उपाध्यक्ष अश्विनी कुमार मुंजाल को आरटीआई से यह जानकारी मिली। पहले पीजीआई ने सूचना देने से इनकार किया, लेकिन प्रथम अपीलीय प्राधिकारी के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल ने रिकॉर्ड साझा किया।

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पीजीआई प्रशासन ने आरटीआई में कहा कि वे रिक्तियों की सूची दे सकते हैं लेकिन भविष्य में कितनी और कब भर्तियां होंगी, इसका जवाब देना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। संस्थान ने यह जरूर जोड़ा कि नियुक्तियों की प्रक्रिया समय-समय पर जारी रहती है।

रिक्त पदों की स्थिति

ग्रुप A : अस्पताल इंजीनियर (सिविल, इलेक्ट्रिकल, बायोमेडिकल), आर्किटेक्ट – सभी पद खाली

ग्रुप B : सहायक इंजीनियर, सहायक सुरक्षा अधिकारी – प्रमुख पद रिक्त

ग्रुप C : लिफ्ट ऑपरेटर, मैकेनिक, प्लंबर, पेंटर, माली, HVAC तकनीशियन – 80 से अधिक पद खाली

मरीजों को होती है परेशानी

  • ICU और ऑपरेशन थिएटर की मशीनें खराब होने पर मरम्मत के लिए कर्मचारी नहीं मिलते।
  • लिफ्ट बंद होने पर मरीजों को स्ट्रेचर पर सीढ़ियों से ले जाना पड़ता है।
  • HVAC सिस्टम बंद होने से वेंटिलेशन और तापमान नियंत्रण गड़बड़ाता है।

यूनियन की मांग

मुंजाल का कहना है कि डॉक्टर चाहे कितने भी कुशल हों, लेकिन जब तकनीकी मशीनें, लाइटें या लिफ्टें काम न करें तो इलाज बाधित होता है। प्रशासन को तकनीकी स्टाफ की महत्ता को समझते हुए सभी खाली पद तुरंत भरने चाहिए।

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