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पीड़ित परिवार ने की आरोपी अप्रशिक्षित डॉक्टर को भी गिरफ्तार करने की मांग

मोहाली, 24 अप्रैल (हप्र) पंजाब में पिछले कुछ महीनों में पादरियों द्वारा कथित धार्मिक उपदेश के नाम पर लोगों को गुमराह करने, विशेषकर भोली-भाली लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ दुष्कर्म करने के मामले लगातार सामने में आ रहे हैं। सबसे...
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मोहाली, 24 अप्रैल (हप्र)

पंजाब में पिछले कुछ महीनों में पादरियों द्वारा कथित धार्मिक उपदेश के नाम पर लोगों को गुमराह करने, विशेषकर भोली-भाली लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ दुष्कर्म करने के मामले लगातार सामने में आ रहे हैं। सबसे पहले बजिंदर पास्टर के खिलाफ मोहाली में मामला दर्ज किया गया। दुष्कर्म के बाद एक लड़की की मौत का ऐसा ही एक अन्य मामला अभी भी जांच के दायरे में है।

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मोहाली में एक प्रेस वार्ता के दौरान पीड़िता के पिता ने पास्टर जशन गिल पर उनकी 21 वर्षीय बेटी, जो बीसीए की छात्रा थी, को बहला-फुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने और उसका गर्भपात करवाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पिता का यह भी आरोप है कि एक नकली डॉक्टर की मदद से लड़की का गर्भपात करवा दिया। एक अप्रशिक्षित डॉक्टर द्वारा जल्दबाजी में किया गया यह गर्भपात घातक साबित हुआ। लड़की के पिता ने बताया कि कुछ दिन बाद 2023 में संक्रमण फैलने के कारण बच्ची की दर्द से मौत हो गई। इस मामले में जशन गिल के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है लेकिन अब पीड़ित परिवार की मांग है कि जिस अप्रशिक्षित डॉक्टर ने उनकी बेटी का गर्भपात किया उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाए। उनका आरोप है कि डॉक्टर से समझौता करने के लिए संबंधित थाने का एसएचओ उन पर दबाव बना रहा है। उसके डर से वह अपना घर-बार छोड़कर अमृतसर में रहने लगे हैं। मृतका के पिता ने सीएम पंजाब व डीजीपी पंजाब को भी मामले की शिकायत दी है।

युवती का पिता आज अपने वकील के साथ मोहाली में प्रेस वार्ता में पहुंचा। उसने आरोप लगाया कि उनके परिवार ने अपनी धार्मिक मान्यताओं के कारण अबुलखैर में पादरी जशन गिल के शिविर में जाना शुरू किया था। इस दौरान पादरी ने अपनी 21 वर्षीय बेटी, जो बीसीए की छात्रा थी, को बहला-फुसलाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने शुरू कर दिए। इस दौरान लड़की गर्भवती हो गई। यह जानकारी मिलते ही पादरी जशन गिल ने कानून से बचने के लिए लड़की को चुपके से गर्भपात के लिए मजबूर कर दिया और इस अवैध गर्भपात के लिए एक अप्रशिक्षित डॉक्टर की मदद से लड़की का गर्भपात करवा दिया। कुछ दिन बाद 2023 में संक्रमण फैलने के कारण बच्ची की दर्द से मौत हो गई। थाना दीनानगर में शिकायत देने के बावजूद उन्हें 70 दिन तक शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। आखिरकार बढ़ते दबाव के कारण और एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद पादरी जशन गिल पर मामला दर्ज किया गया। जब उन्होंने अवैध गर्भपात करने वाली नकली डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा तो पुलिस ने उसे बचाकर उसकी नौकरानी पर मामला दर्ज कर दिया।

अब पीडि़त परिवार फिर से थाने के चक्कर लगा रहा है और मांग कर रहा है कि गर्भपात करने वाले फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। इस मामले में पांच सदस्यीय एसआईटी का भी गठन किया गया है।

}मुझ पर लगाए गए आरोप झूठे हैं। जांच में जो अपराध सामने आया, उसके तहत कार्रवाई की गई है। आगे की जांच एसआईटी अमृतसर कर रही है। जो तथ्य सामने आएंगे, उनके हिसाब से एसआईटी अपनी कार्रवाई करेगी। उसमें हम कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते। ~

-अमृतपाल सिंह रंधावा, एसएचओ थाना दीनानगर

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