सरकारी अस्पताल का पुराना रास्ता बंद, एंबुलेंस को लगाना पड़ रहा लंबा चक्कर, मरीज परेशान
रायपुररानी के सरकारी अस्पताल तक जाने वाला पुराना मार्ग लंबे समय से बंद पड़ा है। हालत यह है कि गंभीर मरीजों को लेकर पहुंचने वाली एंबुलेंस को अब करीब 300 मीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाकर मुख्य द्वार से होकर जाना पड़ता है। आपात स्थिति में यह देरी मरीजों और उनके साथ खड़े तीमारदारों की बेचैनी बढ़ा देती है। कई लोग बताते हैं कि एंबुलेंस के इस जबरन मोड़ में कीमती मिनट खो जाते हैं और हर सेकंड भारी साबित होता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह बंद रास्ता सिर्फ असुविधा नहीं, बल्कि सीधे खतरे में बदल गया है। कई मरीजों की हालत रास्ते में बिगड़ चुकी है। बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए एंबुलेंस का यह अतिरिक्त चक्कर और भी बड़ी परेशानी खड़ी करता है।
अस्पताल की मुख्य दीवार भी जर्जर स्थिति में खड़ी है। दीवार के पास रोज बच्चे गुजरते हैं, राहगीर निकलते हैं और वाहन खड़े रहते हैं। लोगों को डर है कि किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। इधर, प्रशासनिक क्षेत्र की अन्य सुविधाएं भी अव्यवस्था से जूझ रही हैं। पुलिस स्टेशन के पास बना सार्वजनिक शौचालय बदबू और गंदगी से भरा रहता है, जिससे महिलाओं और यात्रियों को भारी दिक्कत होती है। मुख्य चौराहा, टैक्सी स्टैंड और खंड कार्यालय भी बेतरतीब हालात में कार्य कर रहे हैं।
निवासियों की मांग है कि बंद अस्पताल मार्ग को तुरंत खोला जाए, दीवार की मरम्मत हो और सार्वजनिक सुविधाओं को दुरुस्त किया जाए ताकि लोगों को राहत और सुरक्षा मिल सके।
बजट स्वीकृत होते ही निर्माण शुरू होगा : एमएमओ
एसएमओ संजीव गोयल ने बताया कि दीवार और बंद पड़े मार्ग की मरम्मत के लिए विभाग को लिखित रूप से भेजा जा चुका है। पुराने मार्ग के पुनर्निर्माण पर करीब रुपये 5,73,000 का खर्च अनुमानित है। बजट स्वीकृत होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
