लुका-छिपी छोड़ कभी भी विधायक के दफ्तर आ सकते हैं मेयर
मोहाली नगर निगम के काउंसलर सरबजीत सिंह समाणा ने मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू पर शहर की अहम समस्याओं को टालने और विकास कार्यों में पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाते हुए उन्हें पद से इस्तीफा देने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मेयर ने 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर विधायक से मिलने की बात कही थी, लेकिन मेयर अब तक नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि मेयर लुका-छिपी का खेल बंद करें और जब चाहें विधायक कुलवंत सिंह के दफ्तर आ सकते हैं। समाणा ने आरोप लगाया कि मेयर समस्याओं पर ठोस कार्रवाई करने के बजाय अपनी नाकामी छिपाने के लिए बेवजह बयानबाजी कर रहे हैं। कचरे की समस्या पर उन्होंने कहा कि मेयर को समगोली का पता तभी चला जब विधायक ने इस पर बात की। इसके बाद भी मेयर केवल टाल-मटोल कर रहे हैं, जबकि वहां पहुंचने का रास्ता नगर निगम को ही बनाना है। डेढ़ साल पहले डंपिंग ग्राउंड बंद होने के समय अगर कार्रवाई की होती, तो यह समस्या पैदा ही नहीं होती।
उन्होंने कहा कि बरसाती पानी की निकासी के लिए मेयर 200 करोड़ के प्रोजेक्ट की बात करते हैं, लेकिन न तो खुद और न ही 49 अन्य काउंसलरों को इसकी जानकारी है, क्योंकि इसे हाउस मीटिंग में कभी प्रस्तावित या पारित नहीं किया गया और न ही सर्वे रिपोर्ट पेश हुई।
समाणा ने कहा कि मेयर शहर की समस्याओं से संबंधित पूरी तैयारी कर जब चाहें विधायक कुलवंत सिंह से मिल सकते हैं, अन्यथा बेकार की बयानबाजी बंद करेंर दें।
मेयर ने विधायक को भेजा 600 करोड़ के विकास कार्यों का ब्योरा
मोहाली नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू की ओर से आज प्रतिनिधि भेजकर विधायक कुलवंत सिंह के दफ्तर में मुख्यमंत्री को लिखे पत्र की कॉपी सौंपी गई। इस पत्र में मोहाली के विभिन्न विकास कार्यों के लिए 600 करोड़ रुपये की ग्रांट मांगी गई है। उल्लेखनीय है कि मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने पिछले दिनों एक बयान में कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मोहाली के विभिन्न 15 प्रमुख प्रोजेक्टों के लिए 600 करोड़ रुपये की राशि मांगी है, जिसमें कूड़े की समस्या, ड्रेनेज की समस्या, सिटी बस सर्विस, पुराने एस्बेस्टस पाइप से बने सीवरेज को पूरी तरह बदलना, ऑडिटोरियम का निर्माण सहित अन्य अहम कार्यों की सूची दी गई है। इस पत्र में कहा गया है कि मोहाली नगर निगम में फंडों की सख्त कमी है और मोहाली में इन उपरोक्त कार्यों के लिए सरकारी ग्रांट की सख्त जरूरत है, क्योंकि मोहाली नगर निगम के पास आमदनी के अपने स्रोत नहीं हैं और जीएमएडीए, जो मोहाली की जमीन बेचकर अरबों रुपये इकट्ठा कर रहा है, नगर निगम को विकास कार्यों के लिए जरूरी पैसे नहीं देता, जिस कारण शहर विकास में पिछड़ता जा रहा है। मेयर की ओर से अपने बयान में यह भी कहा गया था कि वह इस पत्र की कॉपी मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह को भेजेंगे और आज उन्होंने अपना प्रतिनिधि भेजकर यह कॉपी वहां विधायक के अधिकारी भीम सिंह को सौंपकर रिसीविंग भी ले ली। उन्होंने कहा कि विधायक की ओर से पिछले दिनों कहा गया था कि मेयर यह बताएं कि यह 600 करोड़ रुपये की रकम खर्च कहां करनी है, इसलिए उन्होंने इस खर्चे का ब्यौरा विधायक को भेज दिया है।