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प्रशासक के दरबार में पहुंचा मनीमाजरा की 24 घंटे जलापूर्ति परियोजना का मामला

आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासक गुलाब चंद कटारिया को ज्ञापन देकर की सीबीआई से जांच की मांग 
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मनीमाजरा (चंडीगढ़), 10 जुलाई (हप्र) : करीब एक साल पहले मनीमाजरा में शुरू की गई 24 घंटे जलापूर्ति परियोजना का पानी 24 घंटे उपलब्ध न होने का मामला बृहस्पतिवार को शहर के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया के दरबार में पहुंच गया। आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ अध्यक्ष विजयपाल सिंह की अगुआई में प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासक को ज्ञापन सौंप कर इस मामले की जांच सीबीआई या एसआईटी से करवाने की मांग की है।

मनीमाजरा में शुरू की गई 24 घंटे जलापूर्ति परियोजना का उद्घाटन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया था। इसकी लागत 75 करोड़ बताई गई थी, लेकिन योजना के एक साल पूरा होने को आने के बाद भी आज तक मनीमाजरा के लोगों को 24 घंटे पानी की सप्लाई नहीं दी जा रही है। इसको लेकर अब मामला राजनीतिक रंग ले गया है। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार द्वारा इसकी जांच का जिम्मा चंडीगढ़ विजिलेंस को सौंपा गया था। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी इसकी जांच की मांग की है और अब आप भी सीबीआई से जांच करवाने की मांग पर अड़ गई है।

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आप के प्रदेशाध्यक्ष विजयपाल ने कहा कि उनकी ओर से प्रशासक गुलाबचंद कटारिया को ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें उन्होंने मांग की है कि मनीमाजरा में शुरू की गई 24 घंटे जलापूर्ति प्रोजेक्ट की जांच सीबीआई या एसआईटी से करवाई जाए ताकि पता चल सके कि 75 करोड़ कहां पर गए और जांच के बाद जो दोषी पाए जाते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

विजयपाल ने आरोप लगाया कि इसके पीछे नेता, बड़े अधिकारी और कॉरपोरेट शामिल हैं, इसलिए इसकी जांच वरिष्ठ अधिकारी की सुपरविजन में करवाई जाए। उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा इसका उद्घाटन किया गया था। उसके बाद सिर्फ एक घंटा पानी आया था, वो भी गंदा मिट्टी वाला था। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट चंडीगढ़ के लोगों को सीधे प्रभावित करता है और इस घोटाले में प्रशासनिक, तकनीकी और वित्तीय स्तर पर भारी हेराफेरी हुई है, जो बिना वरिष्ठ अधिकारियों और प्रभावशाली नेताओं की मिलीभगत के संभव नहीं।

विजयपाल ने कहा इस मामले में भले ही विजिलेंस जांच चल रही है, लेकिन उसकी गंभीरता और निष्पक्षता पर उन्हें भरोसा नहीं है। पार्टी का आरोप है कि विजिलेंस अधिकारी सीनियर अफसरों और नेताओं के दबाव में काम कर रहे हैं, जबकि इसकी स्वतंत्र जांच की जरूरत है।

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि यह मामला पहले भी नगर निगम सदन में उठ चुका है। यहां तक कि आप के पूर्व मेयर कुलदीप ने गृहमंत्री द्वारा प्रोजेक्ट के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार भी किया था।

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नगर निगम चुनाव में हो बन सकता है मुद्दा

मनीमाजरा में शुरू की गई 24 घंटे जलापूर्ति परियोजना के फ्लाॅप होने का मामला आगामी नगर निगम चुनाव में मुद्दा बन सकता है जिसे कांग्रेस, आप और अन्य दल भुनाने से पीछे नहीं हटेंगे। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एचएस लक्की भी इस मामले की जांच की मांग कर चुके हैं। लक्की का कहना है कि दाल में कुछ काला है, तभी लोगों को पानी की आपूर्ति योजना के एक साल बाद भी रोजाना 24 घंटे नहीं मिल सकी।

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