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निजी स्कूलों में मुफ्त पढ़ सकेंगे गरीब परिवारों के ‘चिराग’

हरियाणा में जिला व मौलिक शिक्षा अधिकारियों को दाखिला प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 20 फरवरी

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हरियाणा के गरीब परिवारों के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त पढ़ाई के लिए शुरू की गई ‘चिराग’ यानी ‘मुख्यमंत्री हरियाणा समान शिक्षा राहत, सहायता एवं अनुदान’ योजना के तहत दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी। शिक्षा निदेशालय की ओर से इस संदर्भ में सभी जिला शिक्षा व मौलिक शिक्षा अधिकारियों को हिदायतें जारी की गई हैं। 1 लाख 80 हजार रुपये सालाना तक आय वाले गरीब परिवारों के बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

पूर्व की मनोहर सरकार के समय यह योजना शुरू की गई थी। योजना के तहत प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन देने की एवज में सरकार की ओर से स्कूलों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए कक्षाओं के हिसाब से मासिक फीस तय है। गरीब परिवारों के बच्चों को एडमिशन देने के इच्छुक प्राइवेट स्कूल 24 फरवरी से 7 मार्च तक विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। साथ ही, उन्हें कक्षवार खाली पदों का ब्योरा भी वेबसाइट पर अपलोड करना होगा।

इतना ही नहीं, सभी प्राइवेट स्कूलों को अपने कैंपस के नोटिस बोर्ड पर भी कक्षावार खाली सीटाें का ब्योरा चस्पा करना होगा। 15 मार्च से दाखिलों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी। 31 मार्च तक आवेदन फार्म जमा होंगे। स्कूल में खाली सीटों से अधिक आवेदन होने की सूरत में ड्रा के जरिये विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। पहली से 5 अप्रैल तक शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा अभिभावकों की मौजूदगी में ड्रा निकाले जाएंगे। 15 अप्रैल तक चयनित विद्यार्थियों की एडमिशन प्रक्रिया पूरी होगी। चयन होने वाले विद्यार्थियों में से जो एडमिशन नहीं लेंगे, उनकी जगह प्रतीक्षा सूची में शामिल विद्यार्थियों को मौका मिलेगा। दूसरे चरण की एडमिशन प्रक्रिया 16 से 30 अप्रैल तक पूरी की जाएगी।

परिवार पहचान-पत्र अनिवार्य

सरकार ने ‘चिराग’ योजना में परिवार पहचान-पत्र (पीपीपी) को अनिवार्य कर दिया है। निजी स्कूलों में केवल उन्हीं परिवारों के बच्चों को एडमिशन मिलेगा, जिनके पास पीपीपी होगा। दूसरी ओर, उन्हीं प्राइवेट स्कूलों को फीस प्रतिपूर्ति राशि मिलेगी, जिन्होंने फार्म-6 में अपने विद्यालय की फीस राशि चालू सत्र के लिए पोर्टल पर दर्शाई होगी। दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों का डाटा एमआईएस के तहत अपडेट किया जाएगा। सफल विद्यार्थियों को स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य होगा।

सरकारी स्कूलों के बच्चों को ही एडमिशन

इस योजना में केवल उन्हीं विद्यार्थियों का दाखिला होगा , जिन्होंने पिछले शैक्षणिक सत्र में शिक्षा सरकारी स्कूलों से उत्तीर्ण की है। एडमिशन के लिए केवल उसी खंड के स्कूलों में आवेदन किया जाएगा, जिस खंड के सरकारी स्कूल में बच्चा पढ़ रहा था। खंड के एक से अधिक निजी स्कूलों में आवेदन किया जा सकेगा।

'' ‘चिराग’ योजना के तहत गरीब परिवारों के बच्चों को मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों में फ्री एजुकेशन के लिए दाखिल प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश सभी जिलों के अधिकारियों को दिए हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को भी 2025 से पूरी तरह से लागू करने की कोशिश कर रहे हैं। नयी शिक्षा नीति के तहत कई तरह के बदलाव भी किए हैं। '' -महीपाल ढांडा, शिक्षा मंत्री

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