आदित्य शर्मा
चंडीगढ़/पंचकूला, 30 दिसम्बर
नगर निगम की आखिरी बैठक बृहस्पतिवार को भावपूर्ण माहौल में शुरू हुई। 2017 से लंबी पारी खेलने वाले पार्षदों ने एक-दूसरे के साथ गिले शिकवे दूर किये। सदन में प्रतिपक्ष के नेता दविंदर सिंह बबला ने जब शीला फूल सिंह को अपने खेमे में बैठा हुआ देखा तो हैरानी व्यक्त की और कहा कि शीला फूल सिंह को पार्टी की तरफ से टिकट दी जानी चाहिए थी। शीला फूल सिंह ने चुनाव में कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की लेकिन सदन की बैठक में उन्हें विपक्ष में बैठा देख कर बबला ने उनकी सराहना की। उन्होंने कहा,‘मैं घबरा कर बात नहीं करता, हमेशा दिल से बात करता हूं। कभी-कभी पार्टी के फैसले गलत होते हैं लेकिन अंजाम भी वैसा ही होता है। आने वाला सदन मज़ाक न बने। कभी सोचा नहीं था आप आ जायेगी। मैं सोच रहा था आप और हम ही आएंगे।’ बबला ने कहा कि 5 सालों के दौरान हमने शहर के विकास में एक साथ मुद्दों को उठाया। बैठक में कहा कि ढिल्लों ने उन्हें निगम चुनाव में टिकट न मिलने का दर्द भी बयान किया। ढिल्लों ने मनोनीत पार्षद सचिन लोटिया की उस बात को आधार बना कर कहा कि हमें सदन से ग्रेजुएट बन कर निकलना था लेकिन हम फेल होकर जा रहे हैं। ढिल्लों का कहना था कि यहां तो कई ऐसे विद्यार्थी थे जिन्हें परीक्षा देने का मौका नहीं मिला और उनके रोल नम्बर तक फाड़ दिए गए। ढिल्लों ने यह बात बराबर बैठे बीजेपी प्रधान अरुण सूद को देखकर कही। ढिल्लों की ये बात सुन कर पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा।