शब्द और सुरों की जुगलबंदी से गूंजा कवितावली अंतर्राष्ट्रीय मंच
पंजाब कला भवन, चंडीगढ़ रविवार को साहित्य और संस्कृति की महक से सराबोर हो उठा। अवसर था कवितावली अंतर्राष्ट्रीय साहित्य सम्मान समारोह-2025 का, जिसे ग्रेट ब्रिटेन से पधारे कवितावली पत्रिका के मुख्य संपादक डॉ. सुरेश पुष्पाकर की उपस्थिति में आयोजित किया गया। अभिनेत्री और गायिका खुशबू कोचर ग्रेवाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं और कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। दीप प्रज्वलन, कवितावली पत्रिका के अक्तूबर अंक का विमोचन और भक्ति गीत की प्रस्तुति ने माहौल को भावनाओं और उमंग से भर दिया।
समारोह में साहित्य और संगीत का अद्भुत मेल देखने को मिला। डॉ. जवाहर धीर, डॉ. पवन कुमार जैन और साहिल सिंह को उनकी साहित्यिक रचनाओं के लिए सम्मानित किया गया। वहीं मोनिशा बोरदोलोई, प्रो. बृजेश आहूजा, रेवा बलवीर और अन्य कलाकारों को संगीत क्षेत्र में योगदान हेतु सम्मान प्राप्त हुआ। दिल्ली, लखनऊ, फरीदाबाद, महाराष्ट्र, मोहाली और चंडीगढ़ से आए अनेक साहित्यकारों को भी विशेष अलंकरण प्रदान किए गए।
कार्यक्रम की विशेषता रही कि इसमें भारत के अलावा ग्रेट ब्रिटेन, अमेरिका और जापान से भी रचनाकार शामिल हुए। कमल अरोड़ा, प्रो. सुदेश मोदगिल, सुषमा मल्होत्रा और अन्य अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों को वसुधा साहित्य शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया।
नयी प्रतिभाओं को मिला प्रोत्साहन : इस मंच पर नवोदित रचनाकारों को भी विशेष पहचान दी गई। ऋषि पराशर को प्रतिभा प्रोत्साहन अलंकरण, जबकि मुस्कान सहगल और नीरज तंवर को नवोदित साहित्य गौरव सम्मान प्रदान किया गया।
अंतिम सत्र में मुख्य संयोजक डॉ. सुरेश पुष्पाकर ने डॉ. शिखा दरबारी को साहित्य भूषण सम्मान और मुख्य अतिथि खुशबू कोचर ग्रेवाल को स्वर साहित्य गौरव श्री सम्मान से सम्मानित किया। समारोह साहित्यकारों, कलाकारों और श्रोताओं के लिए प्रेरणादायी और अविस्मरणीय अनुभव बनकर सम्पन्न हुआ।