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पंजाब में पराली जलाने के सबसे ज्यादा 1,251 मामले आए सामने

चंडीगढ़, 18 नवंबर (एजेंसी) पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों से पता चला है कि सोमवार को पंजाब में खेतों में पराली जलाने के 1,251 नए मामले सामने आए, जो इस मौसम में एक दिन में सबसे ज्यादा हैं। इसके...

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चंडीगढ़, 18 नवंबर (एजेंसी)

पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों से पता चला है कि सोमवार को पंजाब में खेतों में पराली जलाने के 1,251 नए मामले सामने आए, जो इस मौसम में एक दिन में सबसे ज्यादा हैं।

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इसके साथ ही राज्य में ऐसे कुल मामलों की संख्या 9,655 हो गई है। आठ नवंबर को, पंजाब में खेतों में पराली जलाने की 730 घटनाएं सामने आईं, जो सोमवार तक इस मौसम में एक दिन में सबसे ज्यादा थीं। 15 सितंबर से 18 नवंबर तक, पंजाब में पराली जलाने के 9,655 मामले आए, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज आंकड़ों की तुलना में लगभग 71 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। पंजाब में 2022 और 2023 में इसी अवधि के दौरान पराली जलाने के क्रमशः 48,489 और 33,719 मामले आए। अक्तूबर-नवंबर में धान की कटाई के बाद दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए अक्सर पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है।

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चूंकि धान की कटाई के बाद रबी की फसल गेहूं बोने के लिए समय बहुत कम होता है, इसलिए कुछ किसान नयी फसल की बुवाई के लिए फसल अवशेषों को जल्दी से साफ करने के लिए अपने खेतों में आग लगा देते हैं।

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