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सिटी ब्यूटीफुल में बढ़ा महंगे ई-वाहनों का क्रेज

पोर्शे की 2.52 करोड़ रुपये की सबसे महंगी इलेक्ट्रिक कार चंडीगढ़ में पंजीकृत
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नितिन जैन/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 6 जुलाईवाहनों की बढ़ती संख्या के बीच सिटी ब्यूटीफुल के नाम से मशहूर केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) चंडीगढ़ में महंगे इलेक्ट्रिक वाहनों का क्रेज भी बढ़ रहा है। पोर्शे की 2.52 करोड़ रुपये की कीमत वाली टेकन टर्बो एस चंडीगढ़ में पंजीकृत सबसे महंगी बैटरी से चलने वाली लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) है। अब तक, छह इलेक्ट्रिक हाई-एंड एलएमवी, जिनमें से प्रत्येक की कीमत 2 करोड़ रुपये से अधिक है, और 38 ऐसी गाड़ियां पंजीकृत की गई हैं, जिनमें से प्रत्येक की कीमत 1 करोड़ रुपये से 2 करोड़ रुपये के बीच है।

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डिप्टी कमिश्नर निशांत कुमार यादव ने ट्रिब्यून को बताया कि चंडीगढ़ ने 2020 से 8,469 शून्य-उत्सर्जन वाहनों का पंजीकरण किया है, जो ई-वाहनों की संख्या में धीमी लेकिन स्थिर वृद्धि है। निशांत ने बताया, 'वर्ष 2020 में यहां 35 चार पहिया और 11 दोपहिया वाहनों सहित केवल 46 ई-वाहनों का पंजीकरण हुआ था, जो साल-दर-साल बढ़कर 2021 में 245 से 2022 में 1,006, 2023 में 2,870 और 2024 में 3,078 हो गया। इस साल 30 जून तक चंडीगढ़ में 1,224 बैटरी से चलने वाले दो और चार पहिया वाहन पंजीकृत किए गए हैं।'

उल्लेखनीय है कि सितंबर 2022 में, यूटी प्रशासन ने चंडीगढ़ में पर्यावरण के अनुकूल वाहनों को बढ़ावा देने के लिए अपनी ईवी नीति के तहत व्यक्तिगत उपयोग के लिए प्रत्येक इलेक्ट्रिक गैर-परिवहन चार पहिया वाहन के खरीदार को 1.5 लाख रुपये की सब्सिडी देने की घोषणा की थी। साथ ही ई-साइकिल और ई-बाइक सहित इलेक्ट्रिक वाहनों की अन्य श्रेणियों के लिए सब्सिडी की पेशकश की गई है। इसके अलावा, पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर प्रोत्साहन के लिए 42,000 वाहनों का कोटा है। अब तक, चंडीगढ़ ने विभिन्न श्रेणियों के तहत ई-वाहनों के खरीदारों को प्रोत्साहन के रूप में 35 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण किया है। इलेक्ट्रिक कारों (व्यक्तिगत) को प्रोत्साहन के लिए कोटा समाप्त होने के बाद, नए खरीदारों को अब 1.5 लाख रुपये की सब्सिडी नहीं मिल रही है। ई-वाहनों की खरीद पर सब्सिडी के अलावा, चंडीगढ़ में बैटरी से चलने वाले वाहनों के मालिकों को नगर निगम के पेड लॉट में मुफ्त पार्किंग और पांच साल के लिए पंजीकरण शुल्क और रोड टैक्स में छूट की पेशकश की जाती है।

 हम एक ईवी नीति का पालन कर रहे हैं, जिसके तहत 2027 तक देश में सबसे ज़्यादा शून्य-उत्सर्जन वाहन अपनाने की दर हासिल करके चंडीगढ़ को भारत का पहला मॉडल ईवी शहर बनाने की परिकल्पना की गई है। -निशांत कुमार यादव, डिप्टी कमिश्नर

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