राजपुरा, 11 मई (निस)
कृषि कानूनों के विरोध में सिंघू बाॅर्डर पर धरने में शामिल होने के लिए सयुंक्त किसान मोर्चा का काफिला सोमवार-मंगलवार को शंभू बैरियर से रवाना हुआ। बैरियर के नजदीक किसानों के ट्रैक्टर और झंडों से सजे वाहन ही सड़कों पर नजर आए। किसान नेता कारों, जीपों व अन्य वाहनों में भी दिल्ली की तरफ जाते देखे गए। वे एक ही बात करते रहे कि दिल्ली फतह करके ही वापस आएंगे।
पंजाब-हरियाणा सीमा पर कड़ी सुरक्षा
दिल्ली की तरफ पंजाब भर से सैकड़ों की संख्या में जा रहे किसानों के वाहनों को देखते हुए पंजाब-हरियाणा सीमा पर पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। धरने में जा रहे लोगों से शांति व संयम बरतने की अपील की जा रही है लेकिन दिल्ली की तरफ जा रहे किसी भी वाहन को बेवजह नहीं रोका जा रहा।
कोरोना महामारी से नहीं घबरा रहे किसान नेता
किसान नेता मनजीत राए दोआबा, गुलजार सिंह सलेमपुर जटां, प्रेम सिंह भंगू, पवन कुमार सोगलपुर, चरनजीत सिंह झुगियां, मनिन्द्रजीत सिंह विक्की राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी घनौर, खुशदीप सिंह टिंकू, सरदारा सिंह घूघरां, सोनू बघोरा, गुरदीप सिंह रूड़की, गुरजीत सिंह धनोआ, बबल सरवारा, गुरदीप सिंह कपूरी, सिमरनजीत सिंह सिमरा सहित बुजुर्ग व नौजवान भारी संख्या में कोरोना महामारी को हल्का समझते हुए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सारा दिन खेतों में पसीना बहाने वाले किसानों को कोरोना से डर नहीं लगता, किसानों की मां जमीन से बढ़कर कुछ नहीं है अगर हमारे पास जमीनें ही नहीं बचेंगी तो हम जीकर क्या करेंगे। नौजवान किसान नेता नारेबाजी कर रहे थे। उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर तीनों कृषि कानूनों को रद्द न किया गया तो जैसे भाजपा को बंगाल चुनावों में सबक सिखाया है वैसे ही यूपी सहित अन्य प्रदेशों में भी सिखाएंगे।