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मार्च तक पूरा होना था कीरतपुर पुल का निर्माण, अब तक नहीं हुआ

विजय बंसल ने की पुल का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने की मांग
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कालका (पंचकूला), 30 जून (हप्र)

निर्माणाधीन पिंजौर-नालागढ़ नेशनल हाईवे पर कीरतपुर पुल का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। जिसके चलते रोजाना हजारों वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष विजय बंसल एडवोकेट ने बताया कि आरटीआई में प्राप्त जानकारी के अनुसार मार्च 2025 तक कीरतपुर पुल का निर्माण कार्य पूरा किया जाना था, परन्तु अब जुलाई शुरू हो गया है और अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ। आलम यह है कि बड़े ट्रक और गाड़ियां भी निर्माणाधीन पुल में फंस रही हैं। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़- शिमला नेशनल हाईवे से हिमाचल प्रदेश बद्दी, बरोटीवाला औद्योगिक क्षेत्र जाने के लिए पिंजौर से होकर गुजरने वाले वाहनों के लिए एकमात्र डबल लेन पिंजौर- नालागढ़ नेशनल हाईवे पर प्रतिदिन हजारों वाहन आते जाते हैं । इसलिए इस मार्ग पर ना केवल हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है बल्कि प्रतिदिन यहां पर कोई ना कोई छोटी- बड़ी दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। इसलिए कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पिंजौर से बद्दी, नालागढ़ तक के लगभग 35 किलोमीटर लंबे नेशनल हाईवे को फोरलेन बनाने की परियोजना को मंजूरी दी गई थी इसके लिए कुछ राशि भी जारी कर दी गई थी।

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बंसल ने बताया कि भाजपा सरकार ने इस परियोजना पर अधिक खर्च आने का हवाला देते हुए इस परियोजना को ठंडा बस्ते में डाल दिया था। उनके प्रयासों से हालांकि लगभग 2 वर्ष पूर्व बाईपास निर्माण कार्य तो आरंभ हो गया था लेकिन इसका काम कछुआ चाल से चलने के कारण लोगों को इस नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक जाम और प्रतिदिन होने वाली दुर्घटनाओं से निजात मिलने में देरी हो रही है। इसी के मध्य नजर उन्होंने निर्माण कार्य की मौजूदा स्थिति जानने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण प्रोजेक्ट डायरेक्टर शिमला से आरटीआई एक्ट 2005 के तहत जानकारी मांगी थी। जिसमें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से पिंजौर- नालागढ़ को फौरलेन बनाने की परियोजना का कार्य जल्द पूरा करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार ने पहले तो जमीनों की अधिक कीमत होने का हवाला देते हुए इस महत्वपूर्ण परियोजना को ही ठंडे बस्ते में डाल दिया था लेकिन उन्होंने जब इस विषय में विभाग से फोरलेन जल्द बनाने को कहा तो उन्होंने फोरलेन की चौड़ाई को कम करते हुए परियोजना का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया था। पहले यह फोरलेन 45 मीटर चौड़ा बनना था लेकिन इसे 6 मीटर कम कर दिया गया था अब इसे 39 मीटर चौड़ा बनाया जा रहा है।

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