पुल बना, लेकिन दोनों तरफ सड़क कच्ची
मोहाली के झामपुर और तीड़े गांवों को जोड़ने वाला पुल अब लोगों के लिए मददगार बनने की बजाय दुखदायी साबित हो रहा है। कुछ समय पहले एक युवक ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई जब ट्रैक्टर कच्चे और ऊंचे रास्ते से गुजरते हुए पलट गया। यह हादसा उस समय हुआ जब वह पुल चढ़ रहा था, लेकिन पुल से जुड़ी पक्की सड़क की अनुपलब्धता के कारण ट्रैक्टर रास्ते में ही पलट गया। मोहाली नगर निगम के डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने इस स्थान का दौरा किया और प्रशासन से मांग की कि दोनों ओर की सड़क को तुरंत पक्का किया जाए। इस पुल का निर्माण तो कर दिया गया है, लेकिन दोनों तरफ सड़कें ना बनने के कारण आवाजाही में भारी दिक्कत आ रही है और दोनों ओर सड़कें अभी भी कच्ची हैं, जबकि पुल ऊंचाई पर है जिससे आने-जाने वालों के लिए खतरा बना रहता है। इस इलाके के बच्चों के लिए तीड़े गांव का सीनियर सेकेंडरी स्कूल ही एकमात्र बड़ा शिक्षा केंद्र है। हर रोज़ झामपुर से बड़ी संख्या में बच्चे यहां पढ़ने आते हैं। लेकिन सड़क की हालत इतनी खराब है कि बच्चों को मिट्टी, धूल और बारिश के समय बेहद खराब हालात में कच्चे रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। झामपुर और तीड़ा के अलावा अन्य गांवों को जोड़ने वाला यह इलाका कृषि व्यापार, दूध की सप्लाई और सब्ज़ियों की आवाजाही के लिए भी बहुत आवश्यक है। वर्तमान समय में यहां से ट्रैक्टर, ट्रॉलियां और ट्रक भी गुजरते हैं लेकिन हर समय खतरा बना रहता है।
डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने मौके का दौरा कर लोगों की परेशानियों को देखा और बताया कि हादसे के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि इस पुल पर करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन जब तक यह दोनोंं तरफ से पक्की सड़क से नहीं जुड़ेगा, इन पैसों का लाभ लोगों तक नहीं पहुंचेगा।
उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी मंत्री को चिट्ठी लिखी गई है और डिप्टी कमिश्नर से भी मांग की गई है कि मौके पर टीम भेजकर तुरंत कार्य शुरू किया जाए।
इस मौके पर अजायब सिंह बाकरपुर, गुरमीत सिंह सियाण और गांव के अन्य वरिष्ठ लोग मौजूद थे।