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कई अस्पतालों में डॉक्टरों का रवैया सही नहीं, सरकार को मिली शिकायतें

चंडीगढ़, 17 जून (ट्रिन्यू) हरियाणा के अस्पतालों में उपचार के लिए आने वाले मरीज कई डाक्टरों के व्यवहार से परेशान हैं। किसी का आरोप है कि डाक्टर ने उनकी बीमारी के बारे में ठीक से नहीं बताया तो किसी ने...
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चंडीगढ़, 17 जून (ट्रिन्यू)

हरियाणा के अस्पतालों में उपचार के लिए आने वाले मरीज कई डाक्टरों के व्यवहार से परेशान हैं। किसी का आरोप है कि डाक्टर ने उनकी बीमारी के बारे में ठीक से नहीं बताया तो किसी ने कहा कि डाक्टर ने बीमारी से संबंधित किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। बहुत से लोग डाक्टरों के समय पर अस्पताल नहीं आने को लेकर परेशान हैं। प्रदेश सरकार द्वारा नेशनल हेल्थ मिशन के माध्यम से शुरू की गई हेल्पलाइन 104 पर लगातार शिकायतें आ रही हैं।

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एनएचएम ने 104 हेल्पलाइन सरकारी अस्पतालों में आमजन की सुविधा के लिए शुरू की है। हरियाणा में इस हेल्पलाइन 104 के जरिए कुल 409 शिकायतें मिली हैं। इनमें से 337 का विभाग निपटान कर चुका है, जबकि 72 पर जांच चल रही है। अब तक आई ज्यादातर शिकायतों में डाक्टरों का व्यवहार ठीक न होना, अस्पतालों की सफाई व्यवस्था न होने से संबंधित हैं। रोहतक, नूंह, करनाल और गुरुग्राम जिलों से डॉक्टरों के खिलाफ सबसे अधिक शिकायतें मिली हैं। एनएचएम की टीम द्वारा सोनीपत जिले की एक शिकायत को आगामी कार्रवाई के लिए निदेशालय के पास भेजा गया है। एनएचएम को अधिकतर शिकायतें मिल रही हैं कि एम्बुलेंस पर रोस्टर के मुताबिक ड्राइवर और ईएमटी काम नहीं कर रहे हैं। बाकायदा एक-दूसरे के स्थान पर ड्यूटी करते हैं या कुछ समय के लिए गायब रहते हैं। नोडल अधिकारी डॉ. गादविंद्र सिंह का कहना है कि पंचकूला में कॉल सेंटर भी बनाया गया है। जहां कॉल सेंटर पर बैठे सीट एजेंट द्वारा सभी कॉल्स को रिसीव किया जा रहा है।

इसके लिए एजेंट को ट्रेनिंग भी मुहैया करवाई गई है। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने संबंधित जिलों के नोडल अधिकारियों को इन सभी मामलों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री राव ने कहा कि एनएचएम की इस पहल के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। हेल्पलाइन पर मिली शिकायतों को विभाग ने गंभीरता से लिया है, इनमें से अधिकतर शिकायतों का निवारण कर दिया गया है, जल्द ही बाकी शिकायतों का भी समय रहते समाधान कर दिया जाएगा।

फार्मेसी अधिकारी पर फर्जीवाड़े के आरोप

स्वास्थ्य विभाग में एक फार्मेसी अधिकारी के फर्जीवाड़े के खिलाफ कर्मचारियों ने विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। उक्त अधिकारी एक ही समय में दो जगह उपस्थित रहा है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इस मामले में एक अधिकारी ने कर्मचारी को दोषी मानते हुए कार्रवाई के आदेश जारी किए तो उसके छुट्टी जाते ही कार्रवाई के आदेश को वापस लेकर आरोप मुक्त कर दिया। विभाग के पूर्व फार्मेसी अधिकारी जसविंदर जीत सिंह ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को दी शिकायत में कहा है कि फार्मेसी अधिकारी योगेश्वर शर्मा पंचकूला में तैनात हैं। योगेश्वर ने एक तरफ नौकरी पर अपनी दैनिक हाजिरी लगाई तो उसी समय में वह पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई करते रहे। उनकी दोनों तरफ हाजिरी लगाई गई। उक्त कर्मचारी ने सिविल अस्पताल, पंचकूला में दोपहर दो बजे से रात आठ बजे तक ड्यूटी देते हुए बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराई। वहीं पंजाब विश्वविद्यालय में सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक कक्षा में उपस्थिति दर्ज करवाई। यह स्पष्ट रूप से उनकी पढ़ाई और सरकारी ड्यूटी के बीच ओवरलैपिंग कार्य घंटों को दर्शाता है। पंचकूला में तैनाती के दौरान प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर द्वारा उन्हें डिस्पेंसरी का प्रभार सौंपा गया था। जिसके चलते वह कभी-कभी कक्षा के समय में वीआईपी ड्यूटी भी करते रहे। सरकार ने इस मामले की जांच एचसीएस अधिकारी को सौंपी है। अधिकारी ने जांच के बाद नियम-7 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की। इस पर महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा डॉ.मनीष बंसल ने कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए।

एआई, स्वच्छ वायु परियोजनाओं के लिए नए पद सृजित

हरियाणा सरकार ने हरियाणा एआई विकास परियोजना (एचएआईडीपी) और सतत विकास हेतु हरियाणा स्वच्छ वायु परियोजना (एचसीएपीएसडी) के अलावा, अन्य बाहरी सहायता प्राप्त परियोजनाओं हेतु स्पेशल पपर्ज व्हीकल (एसपीवी) के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी के दो नए पद सृजित किए हैं। आईएएस अधिकारी जे़ गणेशन को एचएआईडीपी और एचसीएपीएसडी के स्पेशल पपर्ज व्हीकल हेतु मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के नवसृजित पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। हारट्रोन के एमडी, सभी के लिए आवास विभाग के महानिदेशक, हाउसिंग बोर्ड के मुख्य प्रशासक, हरियाणा परिवार पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक की जिम्मेदारी उनके पास पहले की तरह बनी रहेगी। वहीं एचसीएस अधिकारी दीपक कुमार उनके वर्तमान कार्यभार के अलावा एचएआईडीपी और एचसीएपीएसडी के स्पेशल पपर्ज व्हीकल के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी का कार्यभार सौंपा है। ये दोनों अधिकारी प्रदेश में प्रमुख प्रौद्योगिकी और पर्यावरण संबंधी पहलों के कार्यान्वयन की देखरेख करेंगे।

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