चंडीगढ़, 12 मई (ट्रिन्यू)
पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पूटा) ने आज चांसलर एम. वैंकेया नायडू को लिखे एक पत्र में मांग की है कि सभी टीचर्स, स्टाफ, रिसर्च स्कॉलर्स को फ्रंटलाइन वर्कर मानते हुए वैक्सीन ड्राइव छेड़ी जाये। पूटा प्रधान डॉ. मृत्युंजय कुमार और सचिव अमरजीत सिंह नौरा की ओर से भेजे गये पत्र में कहा गया है कि पीयू में कोरोना के चलते रिसर्च और शिक्षण कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। हालांकि पहले तो अचानक पीयू प्रशासन ने हॉस्टल खोल देने की घोषणा कर दी लेकिन फिर एकाएक इन्हें बंद कर देने का फरमान भी जारी कर दिया, जो दिखाता है कि प्रशासन ने पास कोई ठोस प्लान ही नहीं है। एक साल से भी अधिक समय हो चला है मगर छात्रों, टीचर्स, स्टाफ और रिसर्च स्कॉलरों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया। इस सबसे लगने लगा है कि प्रशासन पूरी तरह से पंगु हो चला है, जिससे हितधारकों में एकेडमिक माहौल को लेकर काफी चिंता है। रिसर्च स्कॉलर पहले ही हॉस्टल खाली कराये जाने के फरमान को लेकर विरोध कर रहे हैं। ऐसे में पूटा मांग करती है कि सभी टीचर्स, रिसर्च स्कॉलरों और नॉन-टीचर्स को वैक्सीन दी जाये ताकि वे रिसर्च-सबमिशन, प्रोजेक्ट और अन्य समयबद्ध प्रशासनिक कार्यों को समय रहते पूरा कर सकें।