>मनीमाजरा (चंडीगढ़), 7 जुलाई (हप्र)सोमवार को चंडीगढ़ टीचर एसोसिएशन (सीटीए) के प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ के प्रशासक व पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से राजभवन में मुलाकात कर उन्हें अध्यापकों के मामलों से अवगत करवाया। प्रतिनिधिमंडल में संगठन के अध्यक्ष रमेश चंद शर्मा, चेयरमैन गगन सिंह शेखावत, कानूनी सलाहकार अरविंद राणा व महासचिव अजय शर्मा ने बताया कि आज उन्होंने प्रशासक के समक्ष अध्यापकों की 9 मांगों को रखा । इसमें प्रमुख तौर पर समग्र शिक्षा अध्यापकों को सातवें वेतन आयोग का लाभ और उनके डीए का एरियर, नई डेपुटेशन नीति के ऊपर स्पष्टीकरण, यटी कैडर को मेडिकल लीव का लाभ, यूटी कैडर को एक तिहाई छुट्टी का प्रावधान, कम्प्यूटर अध्यापकों को 3 साल का एरियर, काउंसलर्स को 12 महीने का वेतन और 2015 बैच के अध्यापकों को कोर्ट के आदेश के बाद ही वित्तीय लाभ न मिलाना और उनकी सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी को वापस लेना मुख्य तौर पर चर्चा में आए । उन्होंने कहा हर एक विषय के ऊपर प्रशासक ने हमें संजीदगी से सुना है और कई प्रश्न किए हैं जिससे हमें उम्मीद है की मुश्किलों का हल जरूर निकलेगा।
उन्होंने कहा कि इन सभी मांगों के अलावा चंडीगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने प्रिंसिपल्स की डीपीसी का मामला भी बड़ी गंभीरता के साथ उठाया। उन्होंने कहा 2022 के बाद डीपीसी न होने के कारण प्रिंसिपल बिना प्रमोशन के ही रिटायर हो गए और कुछ और हो जाएंगे जिससे उन्हें वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा हमने प्रशासक के समक्ष यह पक्ष रखा है और उम्मीद है इस पर भी जल्द कार्यवाही होगी। प्रतिनिधियों ने प्रशासक से कहा कि चंडीगढ़ में किसी स्थान पर शिक्षा सदन बनाया जाए और उसमें सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा लगाई जाए ताकि शिक्षक दिवस पर वहां पर शिक्षक श्रद्धा सुमन भेंट कर सकें और उसके ऊपर अध्यापकों के द्वारा ही कोई प्रतिभाशाली कार्यक्रम किया जा सके ।