चंडीगढ़, 29 अगस्त (ट्रिन्यू)
चंडीगढ़ नगर निगम अनुकम्पा के आधार पर रखे सफाई कर्मचारियों की विभिन्न मांगों की लंबे समय से अनदेखी कर रहा है। यह बात चंडीगढ़ के अनुकम्पा के तहत नौकरी पाने वाले सफाई कर्मचारी संदीप कुमार, विनोद, हरीश, निशांत, अनिल, दीपक, विनय आदि ने संयुक्त रूप से कही। अनुकम्पा सफाई कर्मचारियों का नेतृत्व करने वाले संदीप कुमार ने बताया कि अनुकम्पा के आधार पर परिवार के सदस्य की मृत्यु हो जाने पर उसके परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाती है।
उन्होंने बताया कि नगर निगम में ही लगभग 100 के करीब ऐसे अनुकम्पा वाले सफाई कर्मचारी हैं। बीते वर्ष एक निजी कंपनी को निगम ने सफाई का ठेका दिया जो कि अनुकम्पा के आधार पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों से भेदभाव कर रही है। उनका कहना था कि जिस काम के लिए सफाई कर्मचारियों को रखा गया था वह काम तो ठेकेदार उनसे करवा ही नहीं रहे हैं। जैसे यदि सफाई कर्मचारी सड़क पर झाडू लगाने का काम करता था तो अब उससे कूड़ा उठाने वाली गाड़ियाें में हेल्पर का काम दे दिया गया है और इस हेल्पर पद को पाने के लिए उन्हें अपनी सेलरी का कुछ हिस्सा देना पड़ता है।
यदि कर्मचारी ऐसा नहीं करता तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाता है या परेशान किया जाता है। इन सफाई कर्मचारियों ने कहा कि नगर निगम कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा।
उन्होंने मांग की है कि उन्हें ठेकेदारी की बजाय पक्की नौकरियां दी जाएं ।