सुखना खतरे से निशान से ऊपर, फ्लड गेट खोले
सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने पर रविवार को फ्लड गेट खोलने पड़े। जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह तेज बारिश के बाद सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। इसके बाद तुरंत...
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सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने पर रविवार को फ्लड गेट खोलने पड़े। जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह तेज बारिश के बाद सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। इसके बाद तुरंत इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की टीम हरकत में आई और इसके फ्लड गेट खोल दिए। शाम तक लेक से सुखना चो जरिए घग्गर नदी में पानी छोड़ा गया।फ्लड गेट खोलने से पहले सुखना चो के साथ लगते सभी आबादी एरिया में अलर्ट जारी किया गया। मोहाली और पंचकूला प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी गई। किशनगढ़, बापूधाम सेक्टर-26 और इंडस्ट्रियल एरिया स्थित सुखना चो के पुल पर पुलिस कर्मी तैनात रहे। हालांकि पानी छोड़ने के लिए तीनों गेट नहीं खोले गए हैं। गेट कम खोलकर पानी छोड़ा गया, जिससे आगे पुल से टकराव न हो और आबादी एरिया में पानी न घुसे।
बारिश के यलो अलर्ट और सुखना के लगातार बढ़ते जलस्तर से प्रशासन की टीम अलर्ट पर है। शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी तो सुखना रेगुलेटरी एंड पर लगाई ही गई है। साथ ही प्रशासन के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की टीम 24 घंटे लेक की मॉनीटरिंग कर रही है। अभी तक लेक के फ्लड गेट चार बार खोले जा चुके हैं। मानूसन सीजन शुरू होने के बाद अब तक चंडीगढ़ में 700 एमएम बारिश हो चुकी है। जो औसत से अधिक है। सितंबर के आखिर तक यह 850 एमएम को क्रास कर जाएगी।
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