चंडीगढ़, 5 अप्रैल (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय के छात्र संगठनों- एएसए, एनएसयूआई, पीएफयूएस, पीएसयू (ललकार), सत्थ, एसएफएस, एसओआई, पीयूएसयू, आईएसए और एसओपीयू द्वारा मेस डाइट में बढ़ोतरी वापस लेने और हॉस्टल आवंटन में पारदर्शिता लाने के लिये ऑनलाइन पोर्टल बहाल करने की मांग को लेकर स्टूडेंट्स सेंटर पर धरना दिया। पीयू के मैस ठेकेदारों की कथित तरफदारी करने वाले पीयू के अधिकारियों के खिलाफ बड़ी संख्या में छात्र जुटे।
एसएफएस के संदीप ने धरने का संयोजन किया। विभिन्न संगठनों के छात्रों ने आरोप लगाया कि पीयू के अधिकारी ठेकेदारों के हित में काम कर रहे हैं जबकि पीयू कोई निजी विश्वविद्यालय नहीं बल्कि एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है, जहां भोजन, आवास और शिक्षा पर सब्सिडी दी जाए। एसएफएस से सुखमन, सत्थ से हरमन, पीएसयू (ललकार) से अमन, एसओआई से मनजोध, एएसए से गुरदीप और पीएफयूएस से हरपुनीत ने प्रदर्शनकारिओं को संबोधित किया। उसके बाद छात्र डीएसडब्ल्यू कार्यालय की ओर चले गए लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने छात्रों रोक दिया जिसके चलते हाथापाई भी हो गई।
छात्रों के विरोध के बाद डीएसडब्ल्यू प्रो. जगतार सिंह को नीचे आकर छात्रों से बात करनी पड़ी और छात्रों की समस्याएं सुनीं लेकिन डीएसडब्ल्यू ने मांगों पर सहमति नहीं जतायी। इसके बाद गुस्साये छात्र कार्यालय के सामने जमा हो गए और जाम लगा दिया। तब जाकर अधिकारियों ने विरोध करने वाले संगठनों के साथ बैठक बुलाई लेकिन फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला। प्रदर्शनकारी छात्रों ने धरनास्थल पर ही दोपहर का भोजन किया। इसके बाद फिर अधिकारियों ने बैठक बुलाई गई और ब्वॉयज हॉस्टल मेस डाइट और गर्ल्स हॉस्टल मेस डाइट की दर को अनिवार्य 30 डाइट के साथ क्रमशः 40 रुपये और 38 रुपये करने का प्रस्ताव दिया, लेकिन छात्र संगठनों ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। एसएफएस अध्यक्ष संदीप ने कहा कि कुलपति कार्यालयों पर छात्रों का धरना तब तक जारी रहेगा जब तक पीयू अधिकारी मांगों पर सहमति नहीं जताते और कोविड से पहले के रेट लागू नहीं करते।
डीएसडब्ल्यू आफिस ने जारी किये नये रेट
पंजाब विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों के धरने को देखते हुए मैस ठेकेदारों और चात्रों के साथ बैठकें करने के बाद जारी एक बयान में दावा किया कि मैस डाइट के रेट घटा दिये गये हैं। रेगुलर डाइट अब 43.50 (ब्वॉयज) की बजाय 40 रुपये की होगी जबकि लड़कियों के लिये डाइट 42 से घटाकर 38.50 कर दिया गया है। स्पेशल खाना अब भी पहले की तरह ही 48 रुपये में ही मिलेगा। डीएसडब्ल्यू ने इसके साथ ही कहा है कि अगर कोई जरूरतमंद छात्र इससे कम की मांग करता है तो उस पर स्टूडेंट एड फंड के तहत विचार किया जा सकता है। इसी के साथ अर्न व्हाइल लर्न स्कीम को भी जरूरतमंद छात्रों के लिये फायदेमंद बताते हुए आफिस ने कहा कि कि इससे छात्र सेवा भी कर सकते हैं और उनकी आर्थिक मदद भी हो जायेगी। हालांकि छात्र संगठनों ने डीएसडब्ल्यू के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है और कोविड से पहले के रेट पर अड़ गये हैं। छात्रों ने कहा कि ये आदेश भेदभावपूर्ण हैं, इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। यहां छात्र पढ़ने आते हैं इसलिये उन्हें पूरा समय पढ़ाई को देना चाहिए।