निगम कमिश्नर को धमकी देने के विरोध में हड़ताल
मोहाली, 26 जून (निस)
नगर निगम मोहाली में बृहस्पतिवार को उस समय तनावपूर्ण माहौल बन गया जब पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन के महासचिव पवन गोडियाल और उनके साथ आए जालंधर के एक नेता ने कथित तौर पर निगम कमिश्नर परमिंदर पाल सिंह को ऑफिस में स्टाफ के सामने खुलेआम धमकाया। इसके विरोध में निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने काम बंद कर कमिश्नर के समर्थन में धरना शुरू कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरा विवाद फेज-9 क्षेत्र में सफाई कर्मचारियों की हाजिरी को लेकर शुरू हुआ। कुछ दिन पहले सेनेटरी इंस्पेक्टर हरमिंदर सिंह ने कर्मचारियों की उपस्थिति जांची, जिसमें पाया गया कि पवन गोडियाल ड्यूटी पर नहीं थे लेकिन उनकी हाजिरी लगी हुई थी। इतना ही नहीं, हाजिरी रजिस्टर में कटिंग भी की गई थी। जब इस पर सवाल उठाए गए, तो पवन गोडियाल ने इसका विरोध किया।
इस मामले पर नगर निगम कमिश्नर ने बृहस्पतिवार को एक बैठक बुलाई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस दौरान गोडियाल और उनके साथ जालंधर से आए एक यूनियन नेता ने कथित तौर पर कमिश्नर से सेनेटरी इंस्पेक्टर को हटाने की मांग की। जब कमिश्नर ने इससे इनकार किया, तो उसने कथित तौर पर बदतमीजी करते हुए खुलेआम कमिश्नर का तबादला करवाने की धमकी दी और अपशब्द कहता हुआ मीटिंग से निकल गया। इस घटना से आक्रोशित होकर निगम कर्मचारियों ने पेन डाउन स्ट्राइक करते हुए कमिश्नर के समर्थन में दफ्तर के बाहर धरना शुरू कर दिया। उनकी मांग है कि जब तक पवन गोडियाल और उनके साथियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे।
उच्च अधिकारियों को दी जानकारी : कमिश्नर
कमिश्नर परमिंदर पाल सिंह ने बताया कि उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी है और विभागीय जांच भी शुरू हो चुकी है। वहींपवन गोडियाल के विरोधी सफाई सेवक मजदूर यूनियन के प्रधान अजीत सिंह ने बताया कि उनकी यूनियन पहले से ही गोडियाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही थी। उन्होंने कहा कि गोडियाल न तो निगम का काम करते हैं और न ही समय पर ड्यूटी पर आते हैं, फिर भी उनकी हाजिरी लगाई जाती है। वहीं गोडियाल ने कहा कि वह तो केवल अपने समाज की मांगों को लेकर कमिश्नर से मिलने गए थे, उल्टा कमिश्नर ने उनके साथ बदसलूकी की।
