PGI Chandigarh में सेवा गुणवत्ता पर सख्ती, लापरवाह ठेकेदारों के खिलाफ कड़ा रुख
चंडीगढ़, 28 जून (ट्रिन्यू)
PGI चंडीगढ़ ने मरीजों, तीमारदारों, कर्मचारियों और आगंतुकों की सुरक्षा तथा सेवा गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अनुबंधित सेवाओं में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति लागू कर दी है।
संस्थान के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने स्पष्ट किया कि किसी भी सेवा प्रदाता द्वारा अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, "मरीजों की सुरक्षा और समग्र कल्याण हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। अगर किसी ठेकेदार की लापरवाही से संस्थान की सेवा गुणवत्ता प्रभावित होती है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह अनुशासनात्मक हो या आपराधिक।"
कैंटीन व्यवस्था IRCTC को सौंपने की तैयारी
सेवाओं को अधिक पारदर्शी और पेशेवर बनाने की दिशा में PGIMER जल्द ही अपनी कैंटीन व्यवस्था को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) को सौंप सकता है। उपनिदेशक (प्रशासन) पंकज राय के अनुसार, "IRCTC की सहभागिता से गुणवत्ता, स्वच्छता और संतुष्टि के नए मानक तय होंगे, जिससे मरीजों और स्टाफ को बेहतर अनुभव मिलेगा।"
‘प्रोजेक्ट सारथी’ और पूर्व सैनिकों की नियुक्ति
सेवा दक्षता बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट सारथी के तहत पहले से ही छात्र स्वयंसेवकों की सहायता ली जा रही है। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त करने के लिए PGIMER को 300 पूर्व सैनिकों को सुरक्षाकर्मी के रूप में नियुक्त करने की अनुमति भी मिल चुकी है, जिन्हें एक माह के भीतर तैनात कर दिया जाएगा।
अनुबंधित सेवाओं की होगी नियमित निगरानी
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कैंटीन, पार्किंग, सफाई और अन्य अनुबंधित सेवाओं की नियमित निगरानी की जाएगी। हाल ही में हुई कुछ अनियमितताओं के मद्देनज़र संस्थान ने आवश्यकतानुसार टर्मिनेशन आदेश भी जारी किए हैं।
PGIMER का यह कठोर लेकिन जरूरी कदम अस्पताल परिसर को स्वच्छ, सुरक्षित और अनुशासित बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। संस्थान ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही से मरीजों की सेवा में समझौता नहीं होने दिया जाएगा।